Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Sep, 2017 01:33 PM
आईसीसी के खेलने के नियमों में सुधार से अनुचित व्यवहार करने वाले खिलाडिय़ों को मैदान से बाहर करना अब क्रिकेट में सच्चाई बनने जा रही है ...
दुबई: आईसीसी के खेलने के नियमों में सुधार से अनुचित व्यवहार करने वाले खिलाडिय़ों को मैदान से बाहर करना अब क्रिकेट में सच्चाई बनने जा रही है जिन्हें 28 सितंबर या इसके बाद से शुरू हो रही सभी सीरीज में लागू किया जाएगा। इन बदलावों में बल्ले की लंबाई चौड़ाई की सीमा और डीआरएस में बदलाव शामिल हैं। हालांकि भारत-आस्ट्रेलिया के बीच चल रही सीमित ओवरों की श्रृंखला पुराने नियमों के अनुसार ही खेली जायेगी। ये सभी नियम दो आगामी टेस्ट सीरीज में प्रभावी होंगे जब दक्षिण अफ्रीका बांग्लादेश की मेजबानी करेगा और पाकिस्तान संयुक्त अरब अमीरात में श्रीलंका से भिड़ेगा।
आईसीसी के महाप्रबंधक (क्रिकेट) ज्योफ ने कहा कि आईसीसी के खेलने के नियमों में ज्यादातर बदलाव एमसीसी द्वारा घोषित क्रिकेट नियमों के बदलाव के परिणामस्वरूप किए गए हैं। हमने हाल में अंपायरों के साथ वर्कशाप पूरी की है ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि वे सभी बदलावों को समझ लें और हम अब अंतरराष्ट्रीय मैचों में खेलने के नये नियमों को शुरू करने के लिये तैयार है।
बल्ले और गेंद में संतुलन बनाये रखने के लिये बल्ले के किनारों का आकार और उसकी मोटाई अब सीमित हो जाएगी। आईसीसी ने कहा कि बल्ले की लंबाई और चौड़ाई पर रोक बरकरार रहेगी लेकिन किनारे की मोटाई अब 40 मिमी से ज्यादा नहीं हो सकती और इसकी (किनारे की) पूरी गहराई अधिकमत 67 मिमी ही हो सकती है। अंपायरों को नया ‘बैट गॉज’ दिया जायेगा जिससे वे खिलाडिय़ों के बल्ले की जांच सकते हैं।