Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Jul, 2017 04:27 PM
के श्रीकांत की शानदार फार्म, एच एस प्रणय और बी साई प्रणीत का लगातार सुधार करते हुए उपर बढऩा भारतीय बैडमिंटन के गर्मि...
नई दिल्ली: के श्रीकांत की शानदार फार्म, एच एस प्रणय और बी साई प्रणीत का लगातार सुधार करते हुए उपर बढऩा भारतीय बैडमिंटन के गर्मियों के सत्र का सबसे संतोषजनक सफर रहा, जिसमें उन्होंने पहली बार महिलाओं को पीछे भी छोड़ा। साइना नेहवाल के आने के बाद महिला एकल वर्ग में इस खिलाड़ी के खिताबों की झड़ी लगी रही। पीवी सिंधू का इसी दौरान शिखर पर पहुंचना महिला शटलरों के शानदार दौर का हिस्सा रहा।
वर्ष 2010 में साइना ने सिंगापुर, इंडोनेशिया और हांगकांग में तीन सुपर सीरीज खिताब जीते, इसके अलावा उन्होंने दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों का भी स्वर्ण अपने नाम किया। इस उपलब्धि की बराबरी अभी तक कोई भारतीय नहीं कर सका है। वर्ष 2017 के मध्य तक भारतीय शटलरों ने अभी तक छह में से चार सुपर सीरीज खिताब अपने नाम किये। इसमें से पीवी सिंधू का इंडिया आेपन खिताब छोड़ दें तो श्रीकांत की अगुवाई में पुरूष खिलाडिय़ों ने बाकी खिताब हासिल किये।
श्रीकांत ने लगातार इंडोनेशिया और आस्ट्रेलिया में जबकि साई प्रणीत ने श्रीकांत को फाइनल में हराकर अपना पहला सुपर सीरीज खिताब प्राप्त किया। इन दोनों ने जहां खिताब जीते तो प्रणय ने जकार्ता में लगातार आेलंपिक रजत पदकधारी ली चोंग वेई और रियो स्वर्ण पदकधारी चेन लोंग को पराजित कर अपनी प्रतिभा से लोगों का दिल जीत लिया।