Edited By ,Updated: 17 Jan, 2017 06:50 PM
बीसीसीआई के पूर्व भारतीय टेस्ट क्रिकेटर आशीष कपूर को जूनियर चयन पैनल से हटाने जबकि प्रथम श्रेणी...
नई दिल्ली: बीसीसीआई के पूर्व भारतीय टेस्ट क्रिकेटर आशीष कपूर को जूनियर चयन पैनल से हटाने जबकि प्रथम श्रेणी क्रिकेटर राकेश पारिख को बरकरार रखने पर सवाल उठ रहे हैं। यह भी पता चला है कि पारिख पहले ही अयोग्य पदाधिकारी हैं क्योंकि वह बड़ौदा क्रिकेट संघ में कोषाध्यक्ष, संयुक्त सचिव और उपाध्यक्ष जैसे पदों पर 11 साल पूरे कर चुके हैं। लोढा समिति ने अनिवार्य किया है कि सीनियर और जूनियर दोनों चयन समिति में तीन चयनकर्ता होंगे।
टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलने के कारण जतिन परांजपे और गगन खोड़ा को सीनियर चयन पैनल से हटाया गया था जबकि जूनियर चयन पैनल में चुने जाने का पात्र बनने के लिए 50 प्रथम श्रेणी मैच खेलना योग्यता था जिसे पांचों चयनकर्ता पूरा करते थे। लेकिन पारिख और अमित शर्मा किसी भी प्रारूप में भारत की आेर से नहीं खेले। वेंकटेश प्रसाद ने भारत की आेर से 33 टेस्ट और 100 से अधिक वनडे खेले जबकि कपूर ने चार टेस्ट और 17 वनडे में भारत का प्रतिनिधित्व किया। ज्ञानेंद्र पांडे ने दो वनडे भारत की आेर से खेले हैं।
हालांकि जब दो चयनकर्ताओं को हटाने का मामला आया तो अमित शर्मा के साथ कपूर को बाहर का रास्ता दिखाया गया। इस घटना के बारे में जानकारी रखने वाले बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी नेे पीटीआई को नाम जाहिर नहंी करने की शर्त पर बताया, ‘‘बीसीसीआई महाप्रबंधक (खेल विकास) रत्नाकर शेट्टी ने ईमेल भेजा जिसमें कपूर और शर्मा को बताया गया कि जिन्हें बरकरार रखा गया है वह वे चयनकर्ता हैं जिन्हें 2015 की एजीएम में चयनकर्ता चुना गया था। इस तरह वेंकटेश प्रसाद, पारिख और ज्ञानेंद्र को बरकरार रखा गया।’’ हालांकि पारिख को बरकरार रखे जाने पर बीसीसीआई में सवाल उठने लगे हैं।