Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Aug, 2017 08:49 PM
पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज मोहम्मद यूसुफ का मानना है कि भारतीय कप्तान विराट कोहली सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ जैसे...
कराचीः पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज मोहम्मद यूसुफ का मानना है कि भारतीय कप्तान विराट कोहली सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ जैसे महान खिलाड़ियों के जैसा बल्लेबाज नहीं है। यूसुफ ने कहा कि आजकल के दिन के क्रिकेट का स्तर अतीत के स्तर की बराबरी नहीं कर सकता। विराट कोहली काफी अच्छा बल्लेबाज है और मुझे उसे खेलते हुए देखना पसंद है लेकिन मुझे नहीं लगता कि वह तेंदुलकर, द्रविड़ या लक्ष्मण के स्तर का है। पाकिस्तान की आेर से 1998 से 2010 के बीच 90 टेस्ट और 288 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले 42 साल के यूसुफ ने दोनों प्रारूपों में मिलाकर 39 शतक और 97 अर्धशतक जड़े और इस दौरान 17250 रन बनाए।
आजकल की पिचें बल्लेबाजी के अधिक अनुकूल
यूसुफ ने उस समय क्रिकेट खेली जब विश्व क्रिकेट में तेंदुलकर, द्रविड़ और लक्ष्मण का दबदबा था। उन्होंने कहा कि कुछ लोग शायद सहमत नहीं हों लेकिन मुझे नहीं लगता कि आज हमारे पास उस स्तर के गेंदबाज या बल्लेबाज हैं जो तब थे जब मैं खेलता था। आस्ट्रेलिया के मौजूदा गेंदबाजी आक्रमण को देखो, उनके पास ग्लेन मैकग्रा या शेन वार्न की बराबरी का कोई नहीं है। भारत के पास अनिल कुंबले, श्रीनाथ और कुछ काफी अच्छे गेंदबाज थे। दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज का गेंदबाजी आक्रमण भी मजबूत था जबकि श्रीलंका मुथैया मुरलीधरन पर काफी निर्भर था। यूसुफ ने कहा कि बल्लेबाजों के लिए स्थिति आसान करने के लिए नियमों में भी बदलाव किया गया जबकि आजकल पिचें भी बल्लेबाजी के अधिक अनुकूल हो गई हैं।
सचिन, द्रविड़ अलग स्तर के खिलाड़ी
उन्होंने कहा कि जिस युग में मैं खेलता था तब आपको आस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, वेस्टइंडीज, दक्षिण अफ्रीका में अलग अलग तरह की पिचों का सामना करना पड़ता था। आजकल हर जगह पिचें लगभग एक जैसी हैं। यूसुफ ने कहा कि यही कारण है कि वह तेंदुलकर या द्रविड़ को मौजूदा भारतीय बल्लेबाजों से अलग स्तर का मानते हैं। उन्होंने हालांकि कोहली की आक्रामकता का बचाव किया। उन्होंने कहा कि यहां तक कि अतीत की भारतीय टीम और खिलाड़ी भी आक्रामक थे। सौरव गांगुली इसका उदाहरण हैं। जब हम उनसे खेलते थे तो हमारे खिलाड़ियों का उत्साह भी बढ़ा हुआ होता था लेकिन अंत में हम विरोधी के अच्छे प्रदर्शन की भी हमेशा तारीफ करते थे क्योंकि क्रिकेट का स्तर काफी उंचा था।