Edited By ,Updated: 18 Nov, 2016 11:47 AM
चेतेश्वर पुजारा अपनी जिंदगी की सर्वश्रेष्ठ फार्म में हैं और उनका कहना है कि उन्होंने अपनी तकनीक में कोई बदलाव नहीं किया है...
विशाखापत्तनम: चेतेश्वर पुजारा अपनी जिंदगी की सर्वश्रेष्ठ फार्म में हैं और उनका कहना है कि उन्होंने अपनी तकनीक में कोई बदलाव नहीं किया है लेकिन मुख्य कोच अनिल कुंबले की सलाह पर इरादे में निश्चित रूप से बदलाव किया है। भारत के तीसरे नंबर के खिलाड़ी की कैरेबियाई दौरे के दौरान धीमी बल्लेबाजी की काफी आलोचना की गई थी लेकिन उन्होंने लौटने के बाद जोरदार वापसी करते हुए 5 टैस्ट मैचों में लगातार तीन शतक और साथ ही 3 अर्धशतक जड़े।
पुजारा ने कहा कि जहां तक तकनीक का संबंध है तो मैंने ज्यादा कुछ बदलाव नहीं किया है। यह सिर्फ इच्छा है। न्यूजीलैंड के खिलाफ जिस तरह मैंने शुरूआत की, मैं सैकड़े से करीब से चूक गया। मैंने अनिल भाई से बात की और उन्होंने कहा कि मैं जिस तरह से बल्लेबाजी कर रहा हूं, उसमें कुछ भी गलत नहीं है। मैं शायद एक ही चीज ‘अपने इरादे’ में सुधार कर सकता हूं और मैंने इसी पर काम किया।
पुजारा ने 119 रन की शतकीय पारी खेली और साथ ही कप्तान विराट कोहली (नाबाद 151 रन) के साथ तीसरे विकेट के लिए 226 रन की भागीदारी निभायी। उन्होंने कहा, ‘‘छक्के के साथ शतक पूरा करना मेरे लिए विशेष था। जैसा कि मैंने पहले टैस्ट में अच्छी शुरूआत की थी और घरेलू मैदान पर एक शतक बनाना मेरे लिए विशेष था। मैं अपनी इसी शानदार फार्म को जारी रखकर इसका पूरा फायदा उठाना चाहता था। मैं और विराट लंबी साझेदारी बनाना चाहते थे और यह टीम के लिए अहम भी है।