Edited By ,Updated: 15 Mar, 2017 08:28 AM
पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने बीसीसीआई और क्रिकेट आस्ट्रेलिया की हाल के डीआरएस विवाद को अच्छी तरह से संभालने के लिए तारीफ की...
कोलकाता: पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने बीसीसीआई और क्रिकेट आस्ट्रेलिया की हाल के डीआरएस विवाद को अच्छी तरह से संभालने के लिए तारीफ की लेकिन उनका मानना है कि 2007-08 की ‘मंकीगेट’ प्रकरण काफी लंबा खींच लिया गया था।
बीसीसीआई और सीए ने गुरूवार को इस अध्याय को समाप्त करने का फैसला किया था। बीसीसीआई ने भारत के खिलाफ दूसरे टैस्ट मैच के दौरान डीआरएस पर ड्रेसिंग रूम की मदद लेने के लिये आस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीवन स्मिथ के खिलाफ आईसीसी में दायर शिकायत वापस ले ली थी।
क्लार्क ने एंड्रयू साइमंड्स और हरभजन सिंह से जुड़े ‘मंकीगेट’ प्रकरण और वर्तमान विवाद को लेकर बात करते हुए कहा कि मैंने उस समय एससीजी की स्थिति को देखा था। मैं एंड्रयू साइमंड्स का काफी करीबी था। मैंने उससे कहा कि क्या उसके खिलाफ नस्ली टिप्पणी की गई। यह केवल एंड्रयू के खिलाफ नस्ली टिप्पणी से जुड़ा मसला नहीं था। उसे उसी समय समाप्त किया जाना चाहिए था और खेल भावना से खेल आगे जारी रखना चाहिए था।
उन्होंने कहा कि स्टीव स्मिथ की घटना को देखो। उन्होंने इसे अच्छी तरह से संभाला। हम जानते हैं कि हम बेहतरीन टैस्ट श्रृंखला खेल रहे हैं। हमें अगले मैच पर ध्यान देना चाहिए। यह मायने नहीं रखता कि मैदान पर आप कितने कड़े हो या आप किसके खिलाफ खेल रहे हो आपको एक दूसरे पूरा सम्मान करना चाहिए। सिडनी टैस्ट में भारत की 122 रन की हार के बाद हरभजन पर नस्ली टिप्पणी का आरोप लगाया गया। पहले उन पर 3 मैच का प्रतिबंध लगाया गया जिसे बाद में कम किया गया। इसको लेकर दोनों बोर्ड के बीच अदालती द्वंद्व भी चला।