Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Sep, 2017 07:41 PM
महान एथलीट मिल्खा सिंह ने आज यहां अपने मोम के पुतले का अनावरण करने के बाद कहा कि उनके निधन के बाद भी...
चंडीगढ़ः महान एथलीट मिल्खा सिंह ने आज यहां अपने मोम के पुतले का अनावरण करने के बाद कहा कि उनके निधन के बाद भी यह पुतला लोगों को प्रेरित करेगा। मिल्खा सिंह के पुतले को एक दिसंबर से दिल्ली में खुल रहे मैडम तुसाद मोम संग्रहालय में लगाया जायेगा।
संग्रहालय के खेल क्षेत्र में लगने वाले पुतले में मिल्खा सिंह दौड़ते हुये दिखेंगे। इस मुद्रा (पोज) को 1958 के राष्ट्रीयमंडल खेलों से लिया गया है जिसमें वह विजेता रहे थे। फ्लाइंग सिख के नाम से मशहूर 85 वर्ष के मिल्खा सिंह ने कहा, ‘‘ यह बड़ी बात हैं। मिल्खा सिंह शायद दो वर्ष और जिंदा रहे, लेकिन मेरे निधन के बाद भी यह पुतला लोगों को प्रेरित करेगा।’’
रोम ओलंपिक (1960) में बहुत थोड़े से अंतर से पदक चूकने वाले मिल्खा अपने मोम का पुतला बनने से भावुक है। उन्होंने कहा, ‘‘ मिल्खा सिंह अपने जीवन के आखिरी दिनों में है। जिस तरह मिट्टी का दिया बुझने से पहले सबसे ज्यादा प्रकाश करता है, उसी तरह उम्र के इस पड़ाव में मिले इस सम्मान ने मेरे दिल को छू लिया।’’