Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Aug, 2017 10:27 AM
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(बीसीसीआई) और कप्तान विराट कोहली ने टीम के आधिकारिक प्रायोजक नाइकी द्वारा मुहैया कराई गई निम्न स्तरीय किट....
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(बीसीसीआई) और कप्तान विराट कोहली ने टीम के आधिकारिक प्रायोजक नाइकी द्वारा मुहैया कराई गई निम्न स्तरीय किट पर नाखुशी व्यक्त करते हुए इस मुद्दे को सीओए के समक्ष उठाया है। खिलाड़ियों की शिकायत के बाद स्पोर्ट्स प्रोड्क्ट तैयार करने वाली कंपनी 'नाइक' ने टीम इंडिया को नई जर्सी उपलब्ध करवा दी है।
भारतीय क्रिकेट टीम के साथ 2006 से जुड़ा हुआ है
दरअसल, भारतीय क्रिकेट टीम के साथ नाइकी 2006 से जुड़ा हुआ है और दुनिया की सबसे बड़ी खेल सामान बनाने वाली कंपनी है। बीसीसीआई के अधिकारियों राहुल जौहरी और रत्नाकर शेट्टी ने सर्वाेच्च अदालत द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति (सीओए) के समक्ष नाइकी की शिकायत की थी। वहीं समिति के अध्यक्ष विनोद राय ने इस मसले पर चिंता व्यक्त की।
2016 में 2020 तक बरकरार रखने के लिए 370 करोड़ रूपए राशि भुगतान की थी
नाइकी इंडिया ने 2016 में भारतीय क्रिकेट टीम के साथ अपने प्रायोजन को 2020 तक बरकरार रखने के लिए 370 करोड़ रूपए की राशि भुगतान की थी। नाइकी का करार एक जनवरी 2016 से 30 सितंबर 2020 तक का है और वह प्रति मैच टीम को 87 लाख 34 हजार रूपए का भुगतान करती है। बोर्ड ने भी कहा था कि वह जल्द ही इस मसले पर नाइकी के अधिकारियों से मुलाकात कर मामले को सुलझाने का प्रयास करने का वादा किया था। इस बीच भारतीय टीम की जर्सी पर स्मार्ट फोन बनाने वाली चाइनीका कंपनी ओप्पो का नाम बतौर प्रायोजक रहेगा जिसने टीम को 5 वर्षाें के लिए 1079 करोड़ रूपए का भुगतान किया है।