Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Sep, 2017 02:09 PM
कहते हैं अगर इंसान जिंदगी में कुछ हासिल करने की ठान ले तो फिर कठिन रास्ते भी उसकी हिम्मत के आगे अपना रुख बदल लेते हैं। इसी बात पर कायम रह...
नई दिल्ली: कहते हैं अगर इंसान जिंदगी में कुछ हासिल करने की ठान ले तो फिर कठिन रास्ते भी उसकी हिम्मत के आगे अपना रुख बदल लेते हैं। इसी बात पर कायम रहते हुए दिल्ली के एथेलेटिक्स निसार अहमद ने अपनी मंजिल को पाकर अपने मां-बाप का नाम राैशन किया। हाल ही में उन्होंने दिल्ली स्टेट एथेलेटिक्स में 100 मीटर की रेस सिर्फ 11 सेकंड आैर वही 200 मीटर की रेस में भी उन्होंने 22.08 सेकंड में पूरी कर दो गोल्ड मेडल जीते।
अपने ही रिकाॅर्ड तोड़ डाले
इतनी तेज रेस पूरी करने के साथ निसार अहमद ने अपने ही रिकाॅर्ड तोड़ डाले। उन्होंने 100 मीटर की रेस पहले 11.02 सेकंड में पूरी की थी आैर 200 मीटर की रेस 22.05 सेकंड में पूरी की थी। इससे पहले निसार ने इसी साल दिल्ली स्टेट ऐथलिटिक में 100 मीटर रेस में गोल्ड और 400 मीटर में सिल्वर मेडल भी जीता था। इतना ही नही निसार ने ऑल इंडिया स्कूल लेवल के लिए क्वालीफाई करने के लिए निसार ने अंडर 14 इंटर जोन भी खेले। साल 2016 में निसार ने स्कूल नैशनल गेम्स-कालीकट में दो गोल्ड और दो ब्रॉन्ज जीते है।
एक कमरे में रहता है पूरा परिवार
निसार एक गरीब परिवार से है। उसका पूरा परिवार निसार आज़ादपुर के रेलवे स्टेशन के बड़े बाग स्लम में ठीक रेल की पटरी के किनारे 10 बाई 10 के एक कमरे में रहता है। इसी कमरे में उनके मां-पिता और बहन रहती हैं। घर के एक कोने में निसार ने अपनी ट्राॅफी और मेडल को सजाकर रखा है। निसार के पिता मोहम्मद हक उर्फ ननकू उसी इलाके में रिक्शा चलाते हैं और मां शफीकुंनिशा आसपास के घरों सफाई का काम करती हैं।
कामयाबी के पीछे है टीचर क हाथ
निसार का कहना है कि उसकी कामयाबी के पीछे फिजिकल एजुकेशन टीचर सुरेंद्र कुमार का है। उन्होंने मुझे काफी मोटिवेट किया, एक्सरसाइज बताईं, यहां तक दूध पीने के लिए पैसे तक दिए। मैं आज रोज 6-6 घंटे एक्सरसाइज और प्रैक्टिस करता हूं.” वही निसार की गुरु सुनीता राय हैं जो बिना फीस लिए उसे कोचिंग दे रही हैं। बता दें कि निसार अशोक विहार- 2 के गवर्नमेंट बॉयज सीनियर सेकंडरी स्कूल में पढ़ता है।