Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Sep, 2017 04:19 PM
पूर्व खिलाड़ी और चयनकर्ता प्रमोदया विक्रमसिंघे ने दावा किया है कि उन्होंने श्रीलंका के खिलाडिय़ों के खिलाफ कभी आरोप नहीं लगाए और वह सिर्फ इतना चाहते हैं कि टीम के लगातार खराब प्रदर्शन के बाद भ्रष्टाचारों की अटकलों की जांच हो...
कोलंबो: पूर्व खिलाड़ी और चयनकर्ता प्रमोदया विक्रमसिंघे ने दावा किया है कि उन्होंने श्रीलंका के खिलाडिय़ों के खिलाफ कभी आरोप नहीं लगाए और वह सिर्फ इतना चाहते हैं कि टीम के लगातार खराब प्रदर्शन के बाद भ्रष्टाचारों की अटकलों की जांच हो।
विक्रमसिंघे ने स्थानीय टेलीविजन चैनल पर साक्षात्कार के दौरान 40 अनुबंधित खिलाडिय़ों की तुरंत जांच की मांग की थी जिसके बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने भी श्रीलंका में जांच शुरू की है। विक्रमसिंघे ने हालांकि बयान जारी करके कहा कि मैंने कभी भी खिलाडिय़ों के खिलाफ आरोप नहीं लगाए, मैंने सिर्फ अटकलों की जांच करने को कहा था।’’
श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) ने कहा था कि खिलाडिय़ों ने विक्रमसिंघे के आरोपों पर नाखुशी जताई है और इन्हें आधारहीन, अपमानजनक और पीड़ादायक बताते हुए इन्हें खारिज किया है। कप्तानों दिनेश चांदीमल और उपुल थरंगा सहित खिलाडिय़ों ने एसएलसी से अपील की थी कि वह विक्रमसिंघे को तलब करके तुरंत जांच शुरू करे क्योंकि इन आरोपों ने उन सभी की प्रतिष्ठता को नुकसान पहुंचा है। विश्व कप 1996 जीतने वाली श्रीलंका की टीम के सदस्य विक्रमसिंघे ने देश के लिए 40 टेस्ट और 134 एकदिवसीय मैच खेले।