Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Aug, 2017 12:30 PM
रियो ओलिंपिक की रजत विजेता पीवी सिंधू, पूर्व विश्व चैंपियनशिप रजत विजेता सायना नेहवाल और देश के शीर्ष पुरुष खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत....
ग्लास्गो: रियो ओलिंपिक की रजत विजेता पीवी सिंधू, पूर्व विश्व चैंपियनशिप रजत विजेता सायना नेहवाल और देश के शीर्ष पुरुष खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत 21 से 27 अगस्त तक यहां होने वाली विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में भारत के लिये पहली बार स्वर्ण पदक जीतने के लक्ष्य के साथ उतरेंगे।
भारतीय बैडमिंटन खिलाड़यिों ने इस साल लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है और उम्मीद की जा रही है कि विश्व बैडमिंटन में भारत के पहले स्वर्ण का सपना इस बार पूरा हो सकता है। भारत ने विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के इतिहास में अब तक एक रजत और चार कांस्य पदक जीते हैं। लेकिन उसके हाथ कोई स्वर्ण पदक नहीं लगा है।
पुरूष एकल में भारत को एक कांस्य पदक, महिला एकल में एक रजत और दो कांस्य पदक तथा महिला युगल में एक कांस्य पदक जीता है। महान प्रकाश पादुकोण ने 1983 में कोपेनहेगन में हुई विश्व चैंपियनशिप में पुरूष एकल में कांस्य पदक जीता था। इसके बाद ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी ने 2011 में लंदन में हुई विश्व चैंपियनशिप में महिला युगल का कांस्य पदक जीता।
रियो ओलिंपिक की रजत पदक विजेता पीवी सिंधू ने 2013 में ग्वांगझू में और 2014 में कोपेनहेगन में हुई विश्व चैंपियनशिप में लगातार कांस्य पदक जीते। पूर्व नंबर एक सायना नेहवाल ने 2015 में जकार्ता में हुई चैंपियनशिप में फाइनल में जगह बनाई लेकिन उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा।