Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Jun, 2017 08:26 PM
अपने बड़बोले अंदाज के लिए हमेशा सुर्खियों में रहने वाली भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने समाज में फैले लिंग भेदभाव को एक अपवाद बताते हुए कहा कि खेल
नई दिल्ली: अपने बड़बोले अंदाज के लिए हमेशा सुर्खियों में रहने वाली भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने समाज में फैले लिंग भेदभाव को एक अपवाद बताते हुए कहा कि खेल की दुनिया भी इस बुराई से बची नहीं है। शुक्रवार को एक इंटरव्यू के दौरान सानिया ने कहा कि लिंग भेदभाव विश्व में हर जगह है।
चैम्पियन होने के बावजूद भी मेरे जीवन को पूरा नहीं माना गया
उन्होंने कहा कि जब मैं 2015 में विंबलडन जीतकर भारत लौटी थी, तो मुझसे मां बनने की योजना के बारे में पूछा गया था। सानिया ने कहा, मुझे विश्व चैम्पियन होने के बावजूद भी मेरे जीवन को पूरा नहीं माना गया। यह मेरे लिए लिंग भेदभाव की सबसे चरण सीमा थी। अपने अब तक के सफर और परिजनों से मिले समर्थन के बारे में सानिया ने कहा, मेरे परिजनों ने मुझे कभी नहीं कहा कि मैं किसी चीज को करने में सक्षम नहीं, क्योंकि मैं एक लड़की हूं। मैं अपने सपनों को पूरा नहीं कर सकती।
सानिया ने जारी किया पिता के साथ एक वीडियो
सानिया और उनके पिता इमान मिर्जा ने एक वीडियो जारी कर लिंग भेदभाव के बारे में जागरुकता फैलानी की कोशिश की है। यह वीडियो च्पोपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया (पीएफआई) और जाने माने निर्देशक फरहान अख्तर की पहल एमएआरडी (मेन अगेंस्ट रेप एंड डिस्क्रिमिनेशन) की ओर से संयुक्त रूप से किया गया प्रयास है। इस अभियान के तहत महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ होने वाली हिंसा को खत्म करने की कोशिश की जा रही है।