Edited By ,Updated: 19 Apr, 2017 10:56 PM
यूसुुफ पठान कोलकाता को दिल्ली के खिलाफ मैच की तरह ही जीत दिलाना चाहते हैं लेकिन...
कोलकाता: यूसुुफ पठान कोलकाता को दिल्ली के खिलाफ मैच की तरह ही जीत दिलाना चाहते हैं लेकिन इस आलराउंडर ने कहा कि वह बल्लेबाजी की अपनी आक्रामक शैली में बदलाव नहीं करेगा। पठान ने कहा, ‘‘काफी दबाव था और मैं सिर्फ अपना नैसर्गिक खेल खेलना चाहता था। आप हमेशा कभी ना कभी आउट होते हो। फिर यह पहली गेंद हो या 40वीं गेंद। लेकिन यह अपने शाट खेलने और गेंदों का फायदा उठाने का मामला है।’’
पठान का मानना है कि उनमें विशेष प्रतिभा है जिन्हें किसी के साथ प्रतिस्पर्धा नहीं बल्कि अपने स्वयं के खेल पर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘सभी में कुछ विशेष प्रतिभा होती है और मैं अपने तरीके से विशेष हूं। मैं किसी के साथ प्रतिस्पर्धा नहीं करना चाहता। मैं मैदान पर अपने प्रदर्शन से खुद को साबित करना चाहता हूंं।’’ यह पूछने पर कि क्या उनकी नजरें अब भी भारतीय टीम में वापसी पर टिकी हैं जबकि मध्यक्रम के कुछ स्थानों के लिए कई अन्य खिलाडिय़ों का दावा अधिक मजबूत है। पठान ने कहा, ‘‘इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता कि दौड़ में कौन मुझसे आगे है। मैं स्वयं को विशेष प्रतिभा मानता हूं।’’
दिल्ली के खिलाफ 39 गेंद में 59 रन की पारी खेलने वाले पठान ने साबित किया कि कोलकाता की टीम में उन्हें इतनी तरजीह क्यों मिलती है जबकि मैच का रूख बदलने वाली उनकी पारियां काफी कम हैं। भारतीय टीम में एक बार फिर जगह मिलने को लेकर सकारात्मक पठान ने कहा, ‘‘मुझे अपनी प्रतिभा पर भरोसा करना होगा। चीजों को बदलने में समय नहीं लगता। अगर मैं अच्छा प्रदर्शन जारी रखता हूं तो कभी ना कभी मुझे मौका मिलेगा, अगर आज नहीं तो फिर कल।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं अन्य को नहीं देखना चाहता। मेरा काम अच्छी क्रिकेट खेलना है और इस बार शुरूआत अच्छी रही। मुझे अपने क्रिकेट को लेकर संतुष्ट रहना चाहिए और जब भी मौका मिले तो तैयार रहना चाहिए।’’ पठान ने टीम में संतुलन लाने का श्रेय मुख्य कोच जैक कालिस और उनके सहायक साइमन कैटिच को दिया जिसके कारण टीम पांच मैचों में चार जीत के साथ शीर्ष पर चल रही है।