Edited By ,Updated: 18 Apr, 2015 06:36 PM
न्यूयॉर्क स्थित कोलम्बिया विश्वविद्यालय के एक वैज्ञानिकों ने एक ऐसा कैमरा बनाया है जो स्टूडियो के अंदर भरपूर रोशनी में फोटो खींच सकता है और वो भी खुद की पैदा की गई उर्जा से। यह सेल्फ-पावरिंग कैमरा ...
न्यूयॉर्क स्थित कोलम्बिया विश्वविद्यालय के एक वैज्ञानिकों ने एक ऐसा कैमरा बनाया है जो स्टूडियो के अंदर भरपूर रोशनी में फोटो खींच सकता है और वो भी खुद की पैदा की गई उर्जा से। यह सेल्फ-पावरिंग कैमरा हर सेकेंड एक फोचो खींच सकता है।
कोलंबिया इंजीनियरिंग में कंप्यूटर विज्ञान के प्रोफेसर नायर के नेतृत्व में टीम ने एक ऐसे पिक्सल को विकसित किया है जो रोशनी की तीव्रता को मापने के साथ फोटोग्राफिक फिल्म पर पड़ने वाली रोशनी को इलेक्ट्रिक ऊर्जा में भी बदल देता है।
कैमरे में इमेज सेंसर की अहम भुमिया होती है। यह एक ऐसा चिप होता है, जिस पर लाखों की संख्या में सेंसर लगे होते हैं। एक पिक्सल के अंदर मौजूदा फोटोडायोड रोशनी पड़ने पर बिजली उत्पन्न करता है। किसी कैमरा में ये पिक्सल फोटोकंडक्टिव के रूप में इस्तेमाल किए जाते हैं, जबकि सोलर पैनल में इन्हीं पिक्सल को फोटोवोल्टाइक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
इस प्रोटोटाइप कैमरे को विकसित करते हुए नायर ने शोधकर्ता डेनियल सिम्स के साथ मिलकर 30 गुणा 40 पिक्सल वाला एक इमेज सेंसर विकसित किया है। नायर द्वारा तैयार इस कैमरे में हर पिक्सल में मौजूद फोटोडायोड संचालन के वक्त फोटोवोल्टाइक के रूप में भी काम करते हैं। जब फोटो न खींचना हो तो कैमरे को किसी दूसरे उपकरण के लिए विद्युत उत्पादन करने के उपयोग में भी लाया जा सकता है।