Edited By ,Updated: 05 Feb, 2016 08:27 AM
नव ग्रहों में सबसे क्रूर ग्रह शनि को माना जाता है। इनका एक नाम यमानुज भी है। जिसका अर्थ है यम का भाई। शास्त्रों ने इनकी दृष्टि को लेकर अत्यधिक दोष बताएं हैं इनकी कुदृष्टि पड़ने पर राजा रंक हो जाते हैं।
नव ग्रहों में सबसे क्रूर ग्रह शनि को माना जाता है। इनका एक नाम यमानुज भी है। जिसका अर्थ है यम का भाई। शास्त्रों ने इनकी दृष्टि को लेकर अत्यधिक दोष बताएं हैं इनकी कुदृष्टि पड़ने पर राजा रंक हो जाते हैं। सुर्य देव ही एकमात्र ऐसे देवता हैं जो व्यक्ति के कर्मों का न्याय कर उसके कुकर्मों की सजा दुर्भाग्य और निर्धनता के रूप में प्रदान करते हैं। निर्धनता, कंलक, लाचारी और बेबसी यह शनि के ही दुष्प्रभवावों के लक्षण हैं।
वास्तु और ज्योतिष के अनुसार संसार की हर वस्तु नवग्रहों के अधीन है। हर वस्तु की आभा और उसकी ऊर्जा किसी न किसी ग्रह से ही उत्पन्न होती है। हर वस्तु अपने आप में नकारात्मक और सकारात्मक ऊर्जा लिए हुए होती है। जिसके अनुरूप कुछ चीजें ऐसी भी हैं जिनमें शनि की सर्वाधिक ऊर्जा होती है।
जिन लोगों की कुण्डली में शनि अत्यधिक नकारात्मक स्थिती में हैं उन्हें शनि की सर्वाधिक विशेष वस्तुओं को खरीदने से बचना चाहिए। शनिवार के दिन ऐसी चीजों को खरीदने से दुर्भाग्य और दरीद्रता पांव पसारती है।
* लोहा
* नमक
* लकड़ी
* सरसों का तेल
* बैंगन
* काली उड़द
* काले तिल
* काली मिर्च
* बादाम
* नारियल
* काला कपड़ा
* जूते
* छाता
* इलैक्ट्रोनिक उपकरण
आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com