Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Sep, 2017 06:40 PM
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग यानि (UPPSC) अपनी परीक्षा ...
नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग यानि (UPPSC) अपनी परीक्षा प्रणाली में बड़ा बदलाव करने जा रहा है। इस नए बदलाव के तहत यूपीपीएस के जरिए होने वाली सभी पीसीएस, लोअर सबऑर्डिनेट समेत अन्य सभी रिक्रूटमेंट परीक्षाओं में अब नेगेटिव मार्किंग की जाएगी। वर्तमान में किसी परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग नहीं है। पहले आयोग ने UPSC की तर्ज पर PCS परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग का फैसला लिया था, लेकिन अब इसका दायरा बढ़ाकर सभी लिखित परीक्षाओं तक कर दिया गया है।
नई भर्ती में है नेगेटिव मार्किंग का प्रावधान
UPPSC के सचिव जगदीश ने बताया कि भविष्य में जो भी नई भर्ती होगी, उसमें नेगेटिव मार्किंग का प्रावधान होगा। वर्तमान में किसी परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग नहीं है। पहले आयोग ने UPPSC की तर्ज पर PCS परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग का फैसला लिया था, लेकिन अब इस रूल को सभी लिखित परीक्षाओं के लिए लागू कर दिया गया है।
UPPSC के सचिव के अनुसार प्रतियोगियों की शिकायत को ध्यान में रखते हुए इंटरव्यू में सुधार हो रहे हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि 2018 से अभ्यर्थियों से परीक्षा केंद्र के लिए शहर का विकल्प मांगा जाएगा। इसके लिए परीक्षा केंद्र व जिले बढ़ाने पर विचार चल रहा है। जो परीक्षा केंद्र नियमों का पालन नहीं करेंगे उन्हें परीक्षा देने नहीं दिया जाएगाआयोग ने हर गलत प्रश्न के लिए 0.33% मार्क्स की कटौती करने का निर्णय लिया है। गौरतलब है कि हर साल पीसीएस परीक्षा में लगभग 2.50 लाख उम्मीदवार बैठते हैं। उम्मीदवार ज्यादातर यूपी और बिहार के हैं, जबकि मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और झारखंड से उम्मीदवार धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं
UPPSC पैटर्न को अच्छा बनाने के लिए हैं ये कदम
यूपीपीएससी के सचिव जगदीश ने कहा कि हम यूपीपीएससी को अच्छा पैटर्न बनना चाहते हैं। नेगेटिव मार्किंग की शुरुआत पैटर्न बनाने के लिए बहुत जरूरी है। हालांकि इससे आवेदकों की संख्या में भी काफी कटौती आएगी। सचिव ने पीसीएस समेत अन्य प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के बीच तैयारी का उचित समय दिए जाने का भी आश्वासन दिया। प्रतियोगियों की शिकायत को ध्यान में रखते हुए इंटरव्यू में सुधार हो रहे हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि 2018 से अभ्यर्थियों से परीक्षा केंद्र के लिए शहर का विकल्प मांगा जाएगा. इसके लिए परीक्षा केंद्र व जिले बढ़ाने पर विचार चल रहा है। जो परीक्षा केंद्र नियमों का पालन नहीं करेंगे उन्हें परीक्षा देने नहीं दिया जाएगा।