Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 Jul, 2017 10:42 AM
मंजिल उनको मिलती है जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है...
देहरादून: मंजिल उनको मिलती है जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है। यह प्रचलित शेयर उस हर प्रतियोगी के लिए है जिसने जीवन में कुछ कर गुजरने की ठानी है। उत्तराखंड के कोटद्वार में पली-बढ़ी और सेंट जोसेफ कान्वैंट से पढ़ी एल्विन रॉक्सी ने अपनी मेहनत और लग्न के बलबूते यह कर दिखाया कि अगर इरादे पक्के हों तो कुछ भी हासिल करना मुश्किल नहीं है।
पहले ही प्रयास में पी.सी.एस. क्वालिफाई कर चुकी एल्विन का चयन संभागीय परिवहन अधिकारी के पद पर हुआ है। इससे पहले एल्विन बैंक पी.ओ. की परीक्षा पास कर वर्तमान में रुड़की में तैनात है। एल्विन के पिता शीश राम सिंह अधिशासी अभियंता के पद पर रुद्रपुर में तैनात हैं तो माता कुसुम लता शिक्षिका के पद पर हैं।
बी.टैक. एल्विन का कहना है कि उसका सपना बचपन से ही प्रशासनिक अधिकारी बनने का रहा है। इसलिए उसने बैंक में जॉब करने के बाद भी कोशिश जारी रखी और पी.सी.एस. की तैयारी शुरू कर दी। नतीजा वह पी.सी.एस. क्वालिफाई करने में सफल रही। उनका कहना है कि परिस्थितियां कुछ भी हों, लेकिन हार नहीं माननी चाहिए। वह अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, रिश्तेदार और गुरुजनों को देती है।