Edited By Niyati Bhandari,Updated: 06 Nov, 2023 09:45 AM
दीपावली के दिन ब्रह्म मुहूर्त से घर में लक्ष्मी पूजन की तैयारीयां आरंभ हो जाती हैं, ताकि देवी लक्ष्मी के स्वागत में कोई कमी न रह जाए। शास्त्रों के अनुसार कुछ ऐसी गलतियां हैं, जो जाने-अनजाने हो जाती हैं। जिससे घर
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Diwali Do's and Don'ts: दीपावली के दिन ब्रह्म मुहूर्त से घर में लक्ष्मी पूजन की तैयारीयां आरंभ हो जाती हैं, ताकि देवी लक्ष्मी के स्वागत में कोई कमी न रह जाए। शास्त्रों के अनुसार कुछ ऐसी गलतियां हैं, जो जाने-अनजाने हो जाती हैं। जिससे घर में अलक्ष्मी का प्रवेश हो जाता है। यहां तक की चोरी और आर्थिक परेशानी का सामना भी करना पड़ता है।
शास्त्रों में कहा गया है जिस घर में झाड़ू का अपमान होता है, उस घर में सदैव आर्थिक हानि होती रहती है। झाडू घर में लक्ष्मी जी का सूचक है क्योंकि यह दरिद्रता को घर से बाहर निकालता है। इससे घर में सुख-समृद्धि व धन-दौलत आती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार झाड़ू और लक्ष्मी का गहरा रिश्ता बताया गया है। सही प्रकार से झाड़ू लगाने से घर के कई वास्तु दोष दूर होते हैं। साथ ही, इनसे जुड़ी कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो महालक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त की जा सकती है। दीप पर्व पर झाडू को घर की छत पर खुले में रखने से घर में चोरी का भय बना रहता है।
गाय या अन्य किसी भी जानवर को झाड़ू से मार कर घर से न भगाएं, इससे महालक्ष्मी आपके घर से रूष्ट होकर चली जाती हैं।
घर की गृहलक्ष्मी यानी पत्नी, बहू, बेटी और बहनों को दीपावली के दिन अपशब्द न कहें।
घर की महिलाओं को वस्त्र, गहने आदि उपहार में जरूर दें, इससे देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
लक्ष्मी पूजन से पूर्व और सूर्यास्त के वक्त बाहरी व्यक्ति को किसी भी तरह की भेंट न दें। ऐसा करने से धन की हानि होती है।
वैसे तो सूर्यास्त के बाद घर में कभी भी झाडू नहीं लगाना चाहिए लेकिन दीपावली पर तो सुबह घर की साफ-सफाई करने के बाद झाडू को ऐसे स्थान पर रख दें, जहां से किसी की सीधी दृष्टि उस पर न पड़े। दीपावली से अगले दिन ही उसे निकालें और घर साफ करें।
दीपावली पर जब भी घर से बाहर जाएं, वापसी पर कुछ लेकर लौटें (खाने-पीने का सामान या घर में उपयोग होने वाली कोई भी वस्तु)। खाली हाथ घर में प्रवेश न करें।
सूर्यास्त के बाद चौराहे, तुलसी, मंदिर और घर में जितने भी जलस्रोत हैं उनके पास दीपक जलाएं।
वैसे तो सारी रात जागरण कर श्री लक्ष्मीनारायण का ध्यान करना चाहिए, न कर सकें तो मध्यरात्रि से पूर्व न सोएं।
सारी रात घर के मुख्य द्वार और मंदिर में दीपक जलाएं।