Edited By ,Updated: 16 Aug, 2016 03:59 PM
रात के समय पाचन तंत्र सही ढंग से काम नहीं कर पाता जिससे खाना जल्दी पचता नहीं है और वह चर्बी बनाने का काम करता है। इस बात का हमारी सेहत पर गंभीर असर पड़ता है।
रात के समय पाचन तंत्र सही ढंग से काम नहीं कर पाता जिससे खाना जल्दी पचता नहीं है और वह चर्बी बनाने का काम करता है। इस बात का हमारी सेहत पर गंभीर असर पड़ता है।
पुराणों में कहा गया है 'भोजनान्ते शतपदं गच्छेत्'
अर्थात भोजन के बाद अवश्यक है सौ कदम चलना।
भोजन उपरांत सौ कदम टहलने से शरीर स्वस्थ और निरोगी बना रहता है, लेकिन दौड़ने से विकार पैदा होते हैं। भोजन करके एक ही स्थान पर बैठे रहने से पेट बढ़ जाता है। शरीर में भारीपन और सुस्ती बनी रहती है। जो लोग भोजन करके तुरंत नींद के आगोश में चले जाते हैं उन्हें बहुत सारे रोग होने की आशंकाएं बढ़ जाती है।
कहते हैं शास्त्र, रात को इन चीजों से परहेज रखें
* तेज मिर्च-मसाले
* मीठे पदार्थ
* पिज्जा
* मांसाहार
* पास्ता
* फाइबर वाली सब्जियां
* प्याज
* कैफीन वाले पदार्थ
* डार्क चाॅकलेट
* नूडल्स
* चिप्स
* स्नैक्स
वास्तु के अनुसार
* पूर्व और उत्तर दिशा की ओर मुंह करके भोजन ग्रहण करना चाहिए। इस उपाय से हमारे शरीर को भोजन से मिलने वाली ऊर्जा पूर्ण रूप से प्राप्त होती है।
* दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके भोजन ग्रहण करना अशुभ माना गया है।
* पश्चिम दिशा की ओर मुंह करके भोजन करने से रोगों की वृद्धि होती है।
* भोजन के पूर्व दोनों हाथ, दोनों पैर और मुख को अच्छी तरह से धो लेना चाहिए। इसके बाद ही भोजन करना चाहिए।
* भीगे हुए पैरों के साथ भोजन ग्रहण करना बहुत शुभ माना जाता है। भीगे हुए पैर शरीर के तापमान को नियंत्रित करते हैं, इससे पाचनतंत्र ठीक रहता है और भोजन आसानी से पचता है।