Edited By Seema Sharma,Updated: 28 Jan, 2019 12:35 PM
दिल की बस यही तमन्ना थी
अब लब पर आ ही गई है,
दिल की बस यही तमन्ना थी
अब लब पर आ ही गई है,
होंठ कुछ कहे या न कहे इशारे सब कुछ समझा ही गई है,
तुमने कहा था कि सिर्फ ये दोस्त है मेरा समंदर
अब तो साहिल से टकरा ही गई है मैं वादे पे कायम हूं,
तुझे वादों पे कायम रहना था कहां गई वो कसमे जिसमें संग जीना और मरना था
तुम ये मत कहो कि अभी भी मैं जान हूं तेरी
तेरी बेवफाई की खुशबू तुम्हारे इशारे से अब आ ही गई है
मत फरियाद करो मुझसे
ना मुझे याद करो तुम
प्यार अगर फिर से हो गया तो मर ही जाएंगे हम
वफा जिन्दा है कही तो उसे दफन कर देंगे हम
अगर फिर से जन्म लेंगे तो तुम्हारी कसम प्यार कभी ना करेंगे हम
विकास कुमार गिरि