Edited By Riya bawa,Updated: 06 May, 2020 04:24 PM
बदला रहा समय है ये, बदल रहे किरदार है।
जान बचाने वाले डॉक्टर, अब दे रहें जान हैं।।...
बदला रहा समय है ये, बदल रहे किरदार है।
जान बचाने वाले डॉक्टर, अब दे रहें जान हैं।।
जान बचाने की जिम्मेदारी, अब रोगी के कांधों पर है।
एक भी उसकी यह भूल, ले रहीं जान है।।
सैनिकों ने छोड़ी सीमा-रेखा, अब संभाली कमान है।
जो जानते हैं गोलियों की भाषा, वो अब समझा रहे आवाम है।।
पुलिस को देख विश्वास न होता, कर रहे वह ऐसा काम है।
दो समय की रोटी हमें, पहुंचा रहे वह भगवान है।।
हर एक शख्स की देख इबादत, भगवान भी हैरान है।
अब वो सोचता है कि वह खुद है, या अब जमीन पर ये भगवान है।।
कयो न में यह समझ पाता, कयो ना मुझे यह एहसास है।
गर ना कर सकु किसी की मदद, तब भी घर में रहना आसान है।।
बदल रहा समय है यह, बदल रहे किरदार है।
जान बचाने वाले खुद, अब दे रहे जान है।।