Edited By ,Updated: 14 Jan, 2016 05:07 PM
प्रसंस्करणकर्ताआें के एक अग्रणी संगठन ने आज कहा कि पिछले पांच वर्षों के दौरान भारत में सोयाबीन तेल का आयात करीब 222 प्रतिशत बढ़कर 30.2 लाख टन ....
इंदौर: प्रसंस्करणकर्ताआें के एक अग्रणी संगठन ने आज कहा कि पिछले पांच वर्षों के दौरान भारत में सोयाबीन तेल का आयात करीब 222 प्रतिशत बढ़कर 30.2 लाख टन के स्तर पर पहुंच चुका है।
इंदौर स्थित सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सोपा) के चेयरमैन डेविश जैन ने कहा, ‘वर्ष 2011 के दौरान देश में .41 लाख टन सोयाबीन तेल का आयात किया गया था, जो वर्ष 2015 में बढ़कर 30.29 लाख टन के स्तर पर पहुंच गया।’
उन्होंने कहा कि विश्व बाजार में सोयाबीन तेल के अपेक्षाकृत सस्ते दामों और भारत में इसके आयात शुल्क की कम दर के कारण देश मेें सोयाबीन तेल का धड़ल्ले से आयात किया जा रहा है। यह आयात भारत की सोयाबीन तेल की कुल जरूरत से भी ज्यादा है।
जैन ने कहा, ‘सस्ते सोयाबीन तेल के धड़ल्ले से आयात से न केवल भारत में कारोबारी संतुलन बिगड़ रहा है, बल्कि घरेलू प्रसंस्करणकर्ताआें और किसानों के हित भी बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं।’
उन्होंने मांग की कि सोयाबीन तेल के अनाप..शनाप आयात पर रोक लगाने के लिए सरकार को टैरिफ रेट कोटा (टीआरक्यू) तय करना चाहिए।