Edited By ,Updated: 18 Jul, 2016 03:07 PM
मुंबई से सटे कल्याण के रहने वाले चंदन गवई, उनके पिता कमलनयन और मां अर्चना की न्यूयॉर्क में एक सड़क हादसे में मौत हो गई
मुंबई: मुंबई से सटे कल्याण के रहने वाले चंदन गवई, उनके पिता कमलनयन और मां अर्चना की न्यूयॉर्क में एक सड़क हादसे में मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी कोमा में हैं और उनके 11 महीने के बेटे के दोनों हाथों में फ्रैक्चर है। पैसों की कमी के कारण चंदन के भाई शवों को वापस भारत नहीं ला पा रहे हैं। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ट्विटर के जरिए उनसे संपर्क कर मदद का भरोसा दिलाया है। लेकिन परिजनों का आरोप है कि भारतीय दूतावास से उन्हें कोई मदद नहीं मिल रही।
अमरीका के इंडिपैंडैंस डे के मौके पर 38 वर्षीय चंदन अपने परिवार के साथ आतिशबाजी देखने निकले थे। तभी एक तेज रफ्तार ट्रक ने उनकी कार को टक्कर मार दी। हादसे के बाद चंदन का छोटा भाई स्वप्निल और नीदरलैंड में रहने वाले आनंद न्यूयॉर्क पहुंचे लेकिन अभी तक शवों का अंतिम संस्कार नहीं हो पाया है। जब उन्होंने अपनी तकलीफ सोशल मीडिया पर सांझी की तो विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीटर पर लिखा-
मैं निजी तौर पर पूरे मामले को देख रही हूं और मेरे पास इसकी पूरी जानकारी है। पेरैंट्स का अंतिम संस्कार वहां किया जा सकता है। लेकिन अमरीकी कानून चंदन के अंतिम संस्कार की इजाजत तब तक नहीं देगा जब तक उनकी पत्नी इस पर अपनी रजामंदी नहीं दे देतीं। न्यूयॉर्क की काैसुलेट जनरल लगातार मेरे संपर्क में हैं। वह परिवार को मदद दिला रही हैं।
जानकारी के मुताबिक, हर शव को भारत लाने में तकरीबन 13 लाख रुपए का खर्च आएगा, जबकि अमरीका में अंतिम संस्कार करने पर 4 लाख रुपए खर्च होंगे। परिवार का कहना है कि अमरीका की एक स्वयंसेवी संस्था ने मदद के लिए लाखों डॉलर जुटाए हैं, लेकिन कानूनी अड़चनों की वजह से कोई मदद उन तक पहुंच नहीं पा रही है। परिवार को आखिरी उम्मीद भारत सरकार से है जिसने ट्विटर के माध्यम से मदद का भरोसा दिलाया है।