Edited By ,Updated: 12 Mar, 2015 03:37 AM
कभी उच्च आदर्शों, नैतिकता और सांस्कृतिक मूल्यों के लिए विश्व-विख्यात रहे हमारे देश के लोग आज न सिर्फ अपने प्राचीन उच्च आदर्शों से विमुख हो रहे हैं
कभी उच्च आदर्शों, नैतिकता और सांस्कृतिक मूल्यों के लिए विश्व-विख्यात रहे हमारे देश के लोग आज न सिर्फ अपने प्राचीन उच्च आदर्शों से विमुख हो रहे हैं बल्कि अनैतिकता, अमानवीयता, अव्यावहारिकता, असहनशीलता, संकीर्णता और निरंकुशता की जीती-जागती तस्वीर बन गए हैं। पेश हैं मात्र 13 दिनों में हुई ऐसी ही चंद निम्न घटनाएं :
26 फरवरी 2015 को जोगेश्वरी (मुम्बई) में एक 5 वर्षीय बच्ची को उर्दू पढ़ाने के लिए आने वाले अध्यापक सिकंदर चौधरी ने उसके माता-पिता को गुमराह करके तंत्र-मंत्र के नाम पर उससे बलात्कार कर डाला।
27 फरवरी को वृंदावन आई एक अमरीकी श्रद्धालु को 3 मार्च को कोतवाली के निकट बेहोश पड़ी पाया गया। अस्पताल में होश आने पर उसने एक साधु पर उससे बलात्कार करने का आरोप लगाया।
4 मार्च को बिजनौर (उत्तर प्रदेश) में कांस्टेबल सुनील कुमार को उसके 2 अन्य साथियों के साथ एक महिला कांस्टेबल के साथ सरेआम छेड़छाड़ और उससे मारपीट करने के आरोप में निलम्बित किया गया।
5 मार्च को उड़ीसा में कोरापुट स्थित जनजातीय कबायली कल्याण स्कूल की एक 8वीं कक्षा की छात्रा ने मृत बच्चे को जन्म दिया। इससे पूर्व 27 फरवरी को एक अन्य स्कूल में 8वीं कक्षा की ही छात्रा ने, 23 जनवरी को कन्धमाल के एक आवासीय जनजातीय स्कूल में 10वीं की एक छात्रा ने व 4 मार्च को छठी कक्षा की एक छात्रा ने एक बच्चे को जन्म दिया था।
5 मार्च को हैदराबाद में एक 13 वर्षीय लड़की ने अपने पिता की शराब पीने की लत पर गुस्से में आकर लाठियां मार-मार कर उसकी हत्या कर दी।
6 मार्च को हावड़ा के हुगली में इंद्रजीत घोष नामक एक व्यक्ति को अपनी पत्नी माला घोष की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया। उसने अपनी सफाई में पुलिस को कहा कि माला बहुत फिजूलखर्च थी।
6 मार्च को दिल्ली के निर्भया कांड जैसी घटना में गुजरात के अहमदाबाद में एक निर्माणाधीन इमारत में एक 24 वर्षीय युवक कौशल चौहान ने 6 वर्षीय बालिका से न सिर्फ बलात्कार किया बल्कि उसके गुप्तांग में लोहे की छड़़ घुसेड़ दी जिससे उसके प्राइवेट अंग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए।
8 मार्च को यमुनानगर के गांव हरनौल में दहेज के लोभी पति देसराज ने अपनी पत्नी को जबरदस्ती तेजाब पिलाकर उसे मार डाला। इस दुर्घटना में उनका 5 वर्ष का बेटा भी घायल हो गया।
8 मार्च को सहारनपुर के निकट ननौता स्थित एक धर्मस्थल में उर्दू पढऩे आने वाली 8 वर्षीय शिफा और उसकी एक सहेली पर उनके अध्यापक ने जादू-टोना करने की कोशिश की और विरोध करने पर दोनों बच्चियों पर मिट्टी का तेल छिड़क कर आग लगा दी जिससे वे बुरी तरह झुलस गईं।
8 मार्च रात को दक्षिण-पूर्व दिल्ली के अम्बेदकर नगर में एक 27 वर्षीय युवती राधा देवी ने उसके पति द्वारा बेटा पैदा न करने का ताना देने पर अपनी तीनों बेटियों की गला घोंट कर हत्या कर दी।
8 मार्च को दक्षिण भारत के तिरुवनन्तपुरम में एक 3 वर्षीय बालक को उसके सगे पिता और सौतेली मां ने मारने के इरादे से आग में फैंक दिया।
9 मार्च को अमलोह में अपनी एक रिश्तेदार के यहां हवन पर गई मेहमान महिला के साथ पंडित प्रेम प्रकाश पुत्र मदाना राम, निवासी अर्जुन नगर कैथल ने हवन के बाद बलात्कार कर डाला।
9 मार्च को रोहतक के निकटवर्ती कनहेली गांव स्थित सरकारी सैकेंडरी स्कूल के संस्कृत के अध्यापक को 8वीं कक्षा की एक छात्रा से छेड़छाड़ और अश्लील हरकतें करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
9 मार्च को आदर्श नगर दिल्ली की रहने वाली एक महिला ने उसी इमारत में अलग रहने वाली अपनी सौतेली सास पर आरोप लगाया कि उसने अपना विदेशी नस्ल का कुत्ता उस पर छोड़कर उसे कटवा दिया।
उक्त घटनाओं से स्पष्ट है कि अपराधों का सिलसिला देश के किसी एक भाग तक सीमित नहीं बल्कि उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम तक हर ओर वैमनस्य का वातावरण है।
यदि लोग अनैतिकता, अमानवीयता, अव्यावहारिकता, असहनशीलता जैसे दुर्गुणों का परित्याग नहीं करेंगे तो भारत की जिस प्राचीन संस्कृति पर हम अब तक गर्व करते रहे हैं, विश्व समुदाय की नजरों में उस सम्मान से पूर्णत: वंचित हो जाएंगे।