बिहार विधानसभा चुनाव, मुकाबला कहीं ‘पति-पत्नी’ व ‘देवर-भाभी’ में तो कहीं ‘देवरानी-जेठानी’ में

Edited By ,Updated: 08 Oct, 2020 02:04 AM

bihar assembly elections

243 सदस्यीय बिहार विधानसभा चुनावों के लिए 1 अक्तूबर से नामांकन दाखिल करने का प्रथम चरण शुरू होते ही वहां राजनीतिक गतिविधियां जोर पकडऩे लगी हैं जो कोरोना काल में होने वाला पहला चुनाव है। ‘लोजपा

243 सदस्यीय बिहार विधानसभा चुनावों के लिए 1 अक्तूबर से नामांकन दाखिल करने का प्रथम चरण शुरू होते ही वहां राजनीतिक गतिविधियां जोर पकडऩे लगी हैं जो कोरोना काल में होने वाला पहला चुनाव है।
‘लोजपा’ सुप्रीमो चिराग पासवान द्वारा जद (यू) सुप्रीमो नीतीश कुमार से नाराजगी के चलते ‘राजग’ से अलग होकर चुनाव लडऩे के निर्णय के बाद बिहार राजग में मात्र 4 दल भाजपा, जद (यू), विकासशील इंसान पार्टी (वी.आई.पी.) तथा ‘हम’ रह गए हैं। 

वैसे बिहार में लोजपा और राजग के बीच दूरी का एक संकेत तो कुछ दिन पहले ही मिल गया था जब पटना में ‘न्याय के साथ तरक्की, नीतीश की बात पक्की’  नारे के साथ नरेन्द्र मोदी और नीतीश कुमार के चित्रों वाले पोस्टर चिपकाए गए थे और उनमें चिराग पासवान की ‘लोजपा’ गायब थी। अब जबकि पहले चरण के लिए नामांकन शुरू हो चुका है, कुछ रोचक घटनाक्रम भी सामने आ रहे हैं जिनमें से चंद निम्र में दर्ज हैं : 

* भोजपुर की ‘संदेश’ विधानसभा सीट पर पिछली बार के विजेता अरुण कुमार यादव (राजद) चूंकि बलात्कार के एक मामले में फरार हैं, अत: पार्टी ने उनकी पत्नी किरण देवी को टिकट दिया है तथा जद (यू) ने अरुण यादव के भाई विजेंद्र को टिकट देकर देवर-भाभी में मुकाबला बना दिया है। 
* ‘शाहपुर’ से भाजपा ने क्षेत्र के दिवंगत नेता विश्वेश्वर ओझा के छोटे भाई भुअर ओझा की पत्नी मुन्नी देवी को चुनाव में उतारा है तो दूसरी ओर विश्वेश्वर की पत्नी शोभा देवी ने पार्टी के टिकट न देने से नाराज होकर निर्दलीय चुनाव लडऩे की घोषणा करके देवरानी के विरुद्ध ताल ठोक दी है। 

* पटना की पालीगंज सीट से ‘पीपुल्स पार्टी आफ इंडिया’ (डैमोक्रेटिक) के प्रत्याशी रवींद्र प्रसाद भैंसे पर सवार होकर बिना मास्क लगाए नामांकन दाखिल करने पहुंचे। उन्होंने कहा,‘‘भैंसा हमारे पूर्वजों की सवारी तथा हमारा दोस्त है। कोरोना नहीं है, इसलिए मास्क भी नहीं है।’’ 
* 2015 के चुनावों में दिए हल्फिया बयान के अनुसार अररिया से जद (यू) की विधायक पूनम यादव बिहार की सबसे अमीर विधायक हैं और उनके पास 41 करोड़ से अधिक सम्पत्ति थी जो अब तो और बढ़ गई है। 
पूनम के बाहुबली पति रणवीर यादव की दो पत्नियां हैं। चूंकि नरसंहार के आरोप में दोषी करार दिए जाने के कारण वह चुनाव नहीं लड़ सकते अत: वह अपनी दोनों पत्नियों पूनम व कृष्णा यादव को चुनाव लड़वाएंगे। 
वे दोनों सगी बहनें हैं। एक ही घर में रहती हैं लेकिन अलग-अलग पार्टियों जद (यू) और राजद की ओर से चुनाव लड़ती हैं और एक ही घर में जद (यू) और राजद की ओर से उनकी विजय की रणनीति बनती है। 

* ‘राजद’ ने नवादा से बलात्कार के मामले में सजायाफ्ता राज वल्लभ यादव की पत्नी विभा देवी को टिकट दिया है। 
* बिहार के पूर्व मंत्री और लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव हसनपुर सीट से चुनाव लडऩे जा रहे हैं और जद (यू) यहां तेज प्रताप के विरुद्ध उनकी नाराज पत्नी ऐश्वर्य राय को चुनाव में उतार सकती है। 
* बिहार में राजनीति के धुरंधरों को चुनौती देने के लिए ‘लंदन स्कूल आफ इकोनामिक्स’ में पढ़ कर आई ‘पुष्पम प्रिया चौधरी’ ने ‘प्लूरल्स पार्टी’ बनाई है। इस वर्ष के शुरू में बिहार के अखबारों में एक विज्ञापन द्वारा बिहार विधानसभा का चुनाव लडऩे की घोषणा और स्वयं मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार होने की घोषणा करके राजनीतिक क्षेत्रों में हड़कंप मचा दिया था। ‘पुष्पम प्रिया’ के अनुसार उसके द्वारा घोषित उम्मीदवार सामाजिक कार्यकत्र्ता, शिक्षक, किसान, प्रोफैसर, वकील, इंजीनियर, मर्चैंट नेवी अफसर और डाक्टर जैसे पढ़े-लिखे व्यवसाय से जुड़े लोग हैं वहीं उनके द्वारा जारी उम्मीदवारों की सूची में एक कालम ‘धर्म’ का भी रखा गया है जिसमें सभी उम्मीदवारों का धर्म ‘बिहारी’ बताया गया है। 

* जहां चिराग पासवान (लोजपा) ने अभी भी ‘राजग’ के साथ होने की बात कही है क्योंकि उनकी पार्टी केंद्र की ‘राजग’ सरकार में भागीदार है, वहीं भाजपा ने कहा है कि वह ‘लोजपा’ तथा किसी भी अन्य गैर राजग पार्टी को अपने प्रचार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चित्र प्रयोग करने की अनुमति नहीं देगी। भाजपा ने ऐसा करने वाली किसी भी पार्टी के विरुद्ध एफ.आई.आर. दर्ज करवाने की चेतावनी दी है। इस बीच रामविलास पासवान के बीमार होने से भी ‘लोजपा’ की मुश्किल बढ़ गई है। यह पार्टी दूसरे दलों के असंतुष्टों के लिए शरण स्थली बनती जा रही है। एक ‘लोजपा’ नेता के अनुसार भाजपा, जद (यू) और ‘राजद’ के दर्जनों दिग्गज नेता ‘लोजपा’ टिकट पर चुनाव लडऩे के लिए तैयार हैं। 

* 2015 में राज्य के मुख्यमंत्री के उम्मीदवार के रूप में चॢचत रहे भाजपा नेता और पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह ने लोजपा का दामन थाम लिया है इसी प्रकार भाजपा नेता तथा पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष ऊषा विद्यार्थी भी ‘लोजपा’ में शामिल हो गई हैं जिन्हें चिराग पासवान ने पालीगंज विधानसभा क्षेत्र से टिकट देकर जद (यू) के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है। 
* भाजपा और लोजपा को एक झटका राजद ने भी दे दिया है तथा लोजपा के खगडिय़ा से सांसद महबूब अली कैसर के पुत्र युसूफ कैसर और पूर्व सांसद एवं भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विश्व मोहन मंडल ने राजद का दामन थाम लिया है। 

* ‘राजद’ से नाता तोड़ ‘राजग’ में शामिल हुई ‘विकासशील इंसान पार्टी’ जिसे भाजपा द्वारा अपने कोटे से 11 सीटें देने की संभावना है, के नेता मुकेश सहनी को ‘राजद’ के तेजस्वी यादव से डर लगने लगा है और पार्टी ने केंद्र व राज्य सरकार से उन्हें उच्च स्तरीय सुरक्षा देने की मांग की है। जो भी हो, चुनावों का परिणाम तो 10 नवम्बर को पता चलेगा परंतु चूंकि इस बीच बिहार से दूसरे राज्यों के लिए श्रमिकों का पलायन आरंभ हो चुका है, अत: मतदान का प्रतिशत घटने और चुनाव परिणाम प्रभावित होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।-विजय कुमार

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