Edited By ,Updated: 08 Jan, 2019 02:50 AM
विवाह-शादियों, नव वर्ष, त्यौहारों और खुशी के अन्य अवसरों पर भला किसका मन नहीं मचल उठता! ऐसे में कई बार व्यक्ति ज्यादा ही जोश में आकर कुछ ऐसा कर बैठता है जिससे उसे जीवन भर पछताना पड़ता है। परिणाम सोचे बिना नशे में गोली चलाकर खुशी व्यक्त करने का ऐसा...
विवाह-शादियों, नव वर्ष, त्यौहारों और खुशी के अन्य अवसरों पर भला किसका मन नहीं मचल उठता! ऐसे में कई बार व्यक्ति ज्यादा ही जोश में आकर कुछ ऐसा कर बैठता है जिससे उसे जीवन भर पछताना पड़ता है। परिणाम सोचे बिना नशे में गोली चलाकर खुशी व्यक्त करने का ऐसा ही रिवाज अफगानिस्तान, पाकिस्तान और उत्तरी भारत तथा अमरीका के पोर्टोरिको आदि में प्रचलित है। इससे कभी तो इमारतों को क्षति पहुंचती है और कभी किसी व्यक्ति के प्राण चले जाते हैं और कई बार खुशी के मौके दर्दनाक हादसों में बदल जाते हैं। ऐसे ही चंद दर्दनाक उदाहरण निम्र में दर्ज हैं :
14 अक्तूबर, 2018 को उत्तर प्रदेश में बदायूं के अभयपुर गांव में एक शादी समारोह में तमंचे (देसी पिस्तौल) से की गई हर्ष फायरिंग के दौरान 12 वर्ष के एक बच्चे की गोली लगने से मृत्यु हो गई। 20 नवम्बर को राजस्थान के अलवर जिले में एम.आई.ए. थाना क्षेत्र के घेगोली गांव में एक शादी समारोह में की गई हर्ष फायरिंग के दौरान चलाई गई गोली एक 8 वर्षीय बच्चे की कमर के आरपार हो गई। 07 दिसम्बर को मथुरा में एक बच्चे के नामकरण के अवसर पर आयोजित धार्मिक समारोह के दौरान बच्चे के एक रिश्तेदार द्वारा गोली चला देने के परिणामस्वरूप 2 महिलाएं घायल हो गईं। 08 दिसम्बर को कानपुर के बांगरमऊ कस्बे में एक तिलक समारोह में डीजे के गीत पर नाच रहे एक युवक ने तमंचे से गोली चला दी जिसके परिणामस्वरूप नर्तकी और उसके साथ नाच रहा युवक घायल हो गया।
12 दिसम्बर को दादरी थाना के घोड़ी बछेड़ा गांव में सगाई समारोह के दौरान 3 युवकों द्वारा डीजे के गीत पर तमंचा लेकर नाचते हुए की गई हर्ष फायरिंग में वहां नृत्य देख रहे 13 वर्षीय बालक की मृत्यु हो गई। 18 दिसम्बर को बिहार के मोतीहारी जिले के मोहम्मदपुर गांव में शादी समारोह में एक नर्तकी के नृत्य के दौरान एक व्यक्ति ने पिस्तौल निकाल कर गोली चला दी जिससे नर्तकी घायल हो गई। 27 दिसम्बर को नोएडा के सोरखा गांव में एक बच्चे के नामकरण समारोह के दौरान हुई हर्ष फायरिंग में गोली लगने के परिणामस्वरूप बच्चे के ताऊ हरिंद्र की मृत्यु हो गई। 27 दिसम्बर को नई दिल्ली के भजनपुरा इलाके में बारात की चढ़त के दौरान एक व्यक्ति ने दोनाली बंदूक से गोलियां चलानी शुरू कर दीं जिससे समारोह का वीडियो बना रहा युवक घायल हो गया। 31 दिसम्बर को दिल्ली के न्यू उस्मानपुर में नव वर्ष की पूर्व संध्या पर आयोजित समारोह में एक व्यक्ति ने गोली चला दी जो उसके 8 वर्षीय बेटे को लगी और उसकी मृत्यु हो गई।
31 दिसम्बर को नई दिल्ली के वसंत कुंज इलाके के एक फार्म हाऊस में नव वर्ष की पूर्व संध्या पर एक समारोह में हुई जश्न फायरिंग में घायल महिला की 3 जनवरी को मृत्यु हो गई। पुलिस ने इस सिलसिले में जनता दल (यू) के पूर्व विधायक राजू सिंह, उसकी पत्नी रेणू सिंह, उनके घरेलू नौकर रमेंद्र सिंह तथा ड्राइवर हरी सिंह को गिरफ्तार किया है। 31 दिसम्बर को नई दिल्ली के वैल्कम इलाके में नव वर्ष के स्वागत में केक काटने के दौरान एक युवक द्वारा गोली चला देने से एक 13 वर्षीय किशोर गंभीर रूप से घायल हो गया। 01 जनवरी, 2019 को जीरकपुर के निकट पीर मुछल्ला में नए साल के जश्न के दौरान गोली चलने से क्रिकेट कोच सूरजभान की मृत्यु हो गई।
सुप्रीमकोर्ट के आदेश के बावजूद विवाह तथा अन्य समारोहों में ‘हर्ष फायरिंग’ रुकने का नाम नहीं ले रही है। इस पृष्ठïभूमि में जहां विभिन्न समारोहों में शराब और शस्त्रास्त्र के इस्तेमाल पर प्रतिबंध कठोरतापूर्वक लागू करने की आवश्यकता है वहीं विवाह एवं अन्य समारोहों में ‘हर्ष फायरिंग’ करने वालों पर भारी जुर्माने और गिरफ्तारी का प्रावधान होने के साथ-साथ दोषी व्यक्ति का हथियार का लाइसैंस भी जब्त होना चाहिए ताकि खुशी के मौके मातम में न बदलें और परिवार न उजड़ें।—विजय कुमार