Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Dec, 2017 04:20 AM
देश में नशों की तस्करी जोरों पर है। अब तो ऐसा लगने लगा है कि भारत विभिन्न नशों जैसे हैरोइन, अफीम, हशीश और गांजा आदि की तस्करी का अंतर्राष्ट्रीय केन्द्र बन गया है और इनमें कई विदेशी ड्रग तस्कर भी शामिल हैं जो अन्य अपराधों में भी संलिप्त पाए जा रहे...
देश में नशों की तस्करी जोरों पर है। अब तो ऐसा लगने लगा है कि भारत विभिन्न नशों जैसे हैरोइन, अफीम, हशीश और गांजा आदि की तस्करी का अंतर्राष्ट्रीय केन्द्र बन गया है और इनमें कई विदेशी ड्रग तस्कर भी शामिल हैं जो अन्य अपराधों में भी संलिप्त पाए जा रहे हैं :
22 फरवरी को एक विदेशी नागरिक भारी मात्रा में सिंथैटिक ड्रग तस्करी करके तजाकिस्तान ले जाने की कोशिश करता पकड़ा गया। 08 मार्च को दिल्ली पुलिस ने 2 नशा तस्करों को गिरफ्तार करके उनसे 8 करोड़ रुपए मूल्य की 2 किलो हैरोइन बरामद की। उन्हें नशे की यह खेप विदेशी मूल के गिरोह के सदस्यों ने दी थी। 07 जून को हिमाचल प्रदेश की ऊना जिला पुलिस ने लगभग 60 ग्राम हैरोइन के साथ एक विदेशी को दिल्ली से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की। 17 अगस्त को ऊना में एक विदेशी को 471.70 ग्राम हैरोइन व 0.56 ग्राम कोकीन के साथ गिरफ्तार किया गया। अंतर्राज्यीय तस्कर गिरोह के इस सदस्य के कब्जे से सिरिंज और नशा तोलने की मशीन भी मिली। पकड़े गए नशे की अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत 30 लाख रुपए है।
31 अगस्त को स्पैशल टास्क फोर्स (एस.टी.एफ.) मोहाली ने नशा तस्करी करने वाले 2 विदेशी नागरिकों को 200 ग्राम हैरोइन सहित गिरफ्तार किया जो दोनों उत्तम नगर दिल्ली के रहने वाले हैं। 27 अक्तूबर को दिल्ली पुलिस ने एक विदेशी नागरिक को गिरफ्तार करके उसके कब्जे से 1.1 किलोग्राम हैरोइन बरामद की। 11 नवम्बर को बठिंडा में नशे की सप्लाई करने वाले तस्कर गिरोह के 2 सदस्यों को पुलिस की सी.आई.ए. टीम ने गिरफ्तार करके उनके कब्जे से 310 ग्राम हैरोइन बरामद की। पकड़े गए आरोपियों में से एक विदेशी था।
23 नवम्बर को दिल्ली में नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एन.सी.बी.) की टीम ने ड्रग तस्करी में लिप्त 2 विदेशी नागरिकों को धर दबोचा और उनकी निशानदेही पर जोनल यूनिट टीम ने एक अंतर्राष्ट्रीय नशा तस्कर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए करीब 7.5 करोड़ रुपए मूल्य की कोकीन बरामद की। 24 नवम्बर को नई दिल्ली में एक विदेशी को 26 लाख रुपए मूल्य की 260 ग्राम हैरोइन के साथ गिरफ्तार किया गया। इससे पूर्व यह 26 वर्षीय व्यक्ति पंजाब पुलिस द्वारा नशीले पदार्थों की तस्करी के आरोप में पकड़ा गया था और अपनी सजा काटने के बाद दिल्ली आकर उसने यहां फिर से हैरोइन सप्लाई करनी शुरू कर दी थी। 27 नवम्बर को नई दिल्ली में एक विदेशी महिला डिस्क जॉकी को नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारियों ने 1.9 किलोग्राम कोकीन के साथ गिरफ्तार किया जिसकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत 10 करोड़ रुपए बताई जाती है।
नए साल के जश्र के दौरान यह कोकीन दिल्ली और गोवा में बेचने के लिए लाई गई थी तथा इसे धागों की 28 रीलों में छिपा कर रखा गया था। 07 दिसम्बर को कुल्लू पुलिस ने नशीले पदार्थों की तस्करी के 3 बड़े मामले पकड़े जिनमें से एक मामले में मणिकर्ण में कसौल स्थित एक कैफे में दबिश देकर एक विदेशी से 109 ग्राम चरस, 10 ग्राम अफीम और 16 एल.एस.डी. पेपर बरामद किए गए। 17 दिसम्बर को सशस्त्र सीमा बल के अधिकारियों ने पश्चिम चंपारण जिले में भानगहा नामक स्थान पर एक विदेशी नागरिक को 3.5 करोड़ रुपए मूल्य की 18 किलो चरस के साथ गिरफ्तार किया।
केवल राजधानी दिल्ली व एन.सी.आर. ही नहीं बल्कि देश के विभिन्न भागों में रेव पार्टियों ïआदि में भी नशों की भारी मांग है जिनकी नशीले पदार्थों के तस्कर भारी कीमत वसूल करते हैं। पहले तो घरेलू नशा तस्करों ने ही अधिकारियों की नाक में दम कर रखा था, अब इनमें विदेशी नशा तस्करों के आ मिलने से स्थिति और गंभीर होती जा रही है। लगातार बढ़ रहे नशीले पदार्थों के व्यापार में विदेशियों की भागीदारी इस बात का प्रमाण है कि देश में देशी-विदेशी नशा तस्करों की समस्या कितना गंभीर रूप धारण कर चुकी है जिस पर काबू पाने के लिए उतने ही कड़े प्रयासों की आवश्यकता है।—विजय कुमार