Edited By ,Updated: 14 Oct, 2019 12:29 AM
पाकिस्तान ने विश्व समुदाय में फजीहत होने के बावजूद अपनी भारत विरोधी गतिविधियां न केवल जारी रखी हुई हैं बल्कि यह उनकी सरकारी नीति का एक अंग भी है और पाकिस्तान पंजाब तथा कश्मीर घाटी में जाली करंसी, हथियारों व नशे की तस्करी करवा...
पाकिस्तान ने विश्व समुदाय में फजीहत होने के बावजूद अपनी भारत विरोधी गतिविधियां न केवल जारी रखी हुई हैं बल्कि यह उनकी सरकारी नीति का एक अंग भी है और पाकिस्तान पंजाब तथा कश्मीर घाटी में जाली करंसी, हथियारों व नशे की तस्करी करवा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मार्च, 2017 से अब तक सुरक्षा बलों ने अत्याधुनिक 151 पिस्तौलों और रिवाल्वरों के अलावा 50 ए.के. 47 और ए.के. 56 सबमरीन बंदूकें तथा अन्य हथियार जब्त करने के साथ ही 320 किलो आर.डी.एक्स. भी पकड़ा है। वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार सीमा पार से हथियारों की तस्करी में आई तेजी अत्यंत चिंताजनक है।
यही नहीं, पिछले कुछ समय से पाकिस्तान ने ‘ड्रोनों’ द्वारा पंजाब में चीन निर्मित हथियार गिराने का सिलसिला भी शुरू कर दिया है। 10 किलो विस्फोटक लाने में सक्षम ड्रोनों ने सितम्बर के शुरूआती दिनों में ही 5 चक्कर लगा कर हथियार गिराए।
सुरक्षा अधिकारियों की चिंता का दूसरा विषय है पंजाब में खालिस्तान समर्थक छिटपुट गिरोहों या स्लीपर सैलों द्वारा कश्मीरी आतंकवादियों के साथ मिल कर संयुक्त कार्रवाइयां करना। हाल ही में कठुआ में जैश-ए-मोहम्मद के 3 आतंकवादियों से अनेक ए.के.-47 राइफलों की बरामदगी से यह संकेत मिलता है कि उन्होंने ये हथियार पंजाब में प्राप्त किए।
हालांकि पुलिस अधिकारियों के अनुसार हथियारों की यह बरामदगी पुलिस बलों की मुस्तैदी का संकेत है परंतु इतना ही काफी नहीं है तथा पाकिस्तान से जाली करंसी, हथियारों और नशे की सप्लाई लाइन तोडऩे, पाकिस्तान से आतंकवादियों और अन्य देश एवं समाज विरोधी तत्वों की धर-पकड़ तेज करने तथा उनके ठिकाने ध्वस्त करने के लिए कार्रवाई और तेज करने की जरूरत है। —विजय कुमार