Edited By Pardeep,Updated: 21 Apr, 2018 04:08 AM
224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा के 12 मई को होने वाले चुनावों के लिए गतिविधियां तेज हो गई हैं व मतदाताओं को लुभाने के लिए नकद रकम, सोना, नशा, कुकर, साडिय़ां व मोटरसाइकिल तक बांटे जा रहे हैं। मतदान के दिन 12 मई को शनिवार तथा परिणाम घोषित होने के दिन 15...
224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा के 12 मई को होने वाले चुनावों के लिए गतिविधियां तेज हो गई हैं व मतदाताओं को लुभाने के लिए नकद रकम, सोना, नशा, कुकर, साडिय़ां व मोटरसाइकिल तक बांटे जा रहे हैं।
मतदान के दिन 12 मई को शनिवार तथा परिणाम घोषित होने के दिन 15 मई को अमावस्या होने के कारण अनेक उम्मीदवारों की ङ्क्षचता बढ़ गई है क्योंकि इन दोनों ही दिनों को ‘शुभ’ नहीं माना जाता। इसी कारण ‘अनिष्टï’ से बचने के लिए अनेक नेता नामांकन पत्र भरने व चुनाव अभियान शुरू करने का शुभ समय जानने के लिए ज्योतिषियों और भविष्य वक्ताओं की शरण में पहुंच रहे हैं।
कर्नाटक में चुनाव लड़ रहे कम से कम तीन पूर्व मंत्रियों की बेवफाई की शिकार महिलाएं उनके विरुद्ध मैदान में उतर आई हैं। प्रेम कुमारी नामक एक सरकारी कर्मचारी का दावा है कि भाजपा सरकार में मंत्री रह चुके पूर्व संघ प्रचारक रामदास ने विधायक बनने से पहले उसके साथ ‘गुप्त विवाह’ कर रखा था तथा उसने रामदास के विरुद्ध चुनाव लडऩे की घोषणा की है। जयलक्ष्मी नामक नर्स ने, जिसकी भाजपा सरकार में पूर्व मंत्री एम.पी. रेणुकाचार्य के साथ अंतरंग तस्वीरों ने भारी विवाद पैदा कर दिया था, रेणुकाचार्य के विरुद्ध चुनाव लडऩे की इच्छा व्यक्त की है।
विजय लक्ष्मी नामक महिला द्वारा ‘सैक्सुअल फेवर’ का आरोप लगाने पर कांग्रेस सरकार से त्यागपत्र देने वाले मंत्री एच.वाई. मैती को सबक सिखाने के लिए विजय लक्ष्मी ने उसके विरुद्ध चुनाव लडऩे की घोषणा की है। मतदाताओं को लुभाने के लिए नकद राशि और उपहार बांटने का सिलसिला जोरों पर है। अभी तक 62.3 करोड़ रुपए की वस्तुएं जब्त की गई हैं। इनमें बड़ी मात्रा में शराब और यहां तक कि कोकीन के अलावा 116 कुकर, 89 बाल्टियां, 3 मोटरसाइकिल, 5173 पेंटिंग्स, 420 साडिय़ां, 61 शालें, 7 किलो सोना तथा नकद 2.6 करोड़ रुपए आदि शामिल हैं। बेलागावी पुलिस ने एक मकान में छापा मार कर 2000-2000 रुपयों के नोटों के 24 बंडल जब्त किए हैं। अधिकारियों को संदेह है कि ये नोट चुनावों में मतदाताओं में बांटने के लिए रखे गए थे।
नास्तिक होने के बावजूद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया स्वयं को धार्मिक साबित करने के लिए महादेवपुरा गांव के चामुंडेश्वरी मंदिर में पहुंचे और आरती की। इसी प्रकार इंगलैंड के दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक के ङ्क्षलगायत समुदाय के मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए लंदन में संत बसवेश्वर की प्रतिमा के दर्शन किए और फूलमाला चढ़ाई तथा अमित शाह ने भी बेंगलूरू में संत बसवेश्वर को श्रद्धांजलि भेंट की। कांग्रेस और भाजपा के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा की जनता दल (सैकुलर) इस चुनावी अखाड़े में दम खम आजमाने वाली तीसरी मुख्य पार्टी है जिनके वोट काटने के लिए महिला एम्पावरमैंट पार्टी, कर्नाटक प्रगनीवता जनता पार्टी व भारतीय जन शक्ति कांग्रेस मैदान में हैं। अभी तक कांग्रेस, भाजपा व जनता दल सैकुलर द्वारा घोषित 498 उम्मीदवारों की सूची में महिलाओं और मुसलमानों की उपेक्षा की गई है तथा मात्र 22 महिलाओं व 23 मुसलमान उम्मीदवारों को टिकट दिए गए हैं।
भाजपा के उम्मीदवारों की दूसरी सूची में दल-बदलुओं व भाजपा शासन में जेल गए 4 विधायकों को भी टिकट दिया गया है जिनमें माइनिंग माफिया जी. सोम शेखर रैड्डïी भी शामिल है। सोम शेखर को जमानत दिलाने के लिए जज को रिश्वत देने के आरोप में उसके छोटे भाई को जेल जाना पड़ा था। कांग्रेस की पहली सूची जारी होने के बाद इसके टिकट अभिलाषियों के बागी तेवर दिखाई देने लगे हैं। टिकट कटने से नाराज कांग्रेसी नेताओं ने 16 अप्रैल को राज्य में जगह-जगह प्रदर्शन किया और एक कांग्रेस नेता रवि कुमार के समर्थकों ने तो मांडाया में पार्टी के दफ्तर में जम कर तोडफ़ोड़ भी की।
अमित शाह द्वारा महीने भर के दौरान किए गए चुनाव प्रचार अभियान का अपेक्षित प्रभाव न होते देख कर प्रदेश भाजपा चाहती है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार 12 दिनों तक यहां सभी 30 जिलों में रैलियां करें लेकिन वह 5-6 दिनों में 12 रैलियां करने पर ही सहमत हुए हैं जिनकी शुरूआत संभवत: 27 अप्रैल को नामांकन पत्र वापस लेने के अंतिम दिन होगी। कुल मिलाकर इस समय कर्नाटक के चुनावों में कुछ इस तरह के दृश्य देखने को मिल रहे हैं। भविष्य में इनमें और क्या कुछ होता है इसके लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा।—विजय कुमार