पंजाब के मुख्यमंत्री ‘चन्नी एक्शन में’ कर्मचारियों को समय पर दफ्तर आने को कहा

Edited By ,Updated: 23 Sep, 2021 03:56 AM

punjab cm  channi action mein  asks employees to come to office on time

20 सितम्बर को पंजाब के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण करने के तुरन्त बाद चरणजीत सिंह चन्नी एक्शन मोड में आ गए हैं तथा अपना जनसम्पर्क बढ़ाने व सरकारी विभागों में त्रुटियां दूर करने में जुट गए हैं। 22 सितम्बर को वह अमृतसर में श्री दरबार साहिब तथा श्री...

20 सितम्बर को पंजाब के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण करने के तुरन्त बाद चरणजीत सिंह चन्नी एक्शन मोड में आ गए हैं तथा अपना जनसम्पर्क बढ़ाने व सरकारी विभागों में त्रुटियां दूर करने में जुट गए हैं। 22 सितम्बर को वह अमृतसर में श्री दरबार साहिब तथा श्री दुग्र्याणा मंदिर, भगवान वाल्मीकि तीर्थ स्थल, जलियांवाला बाग में नतमस्तक होने गए तथा वाल्मीकि तीर्थ के सौंदर्यीकरण के लिए 100 करोड़ रुपए देने का ऐलान किया। वह शहीद भगत सिंह तथा उनके पिता स. किशन सिंह को श्रद्धासुमन भेंट करने खटकड़कलां भी गए। 

इसी दिन उन्होंने जालन्धर के डेरा सचखंड बल्लां में नतमस्तक होकर गद्दीनशीन संत निरंजन दास जी का आशीर्वाद प्राप्त किया और 101 एकड़ भूमि में श्री गुरु रविदास जी चेयर स्थापित करने तथा 100 करोड़ रुपए की लागत से कपूरथला में बाबा साहब अम्बेदकर का संग्रहालय बनाने की घोषणा की। वह जालन्धर की एक यूनिवॢसटी में भी गए और देर शाम चंडीगढ़ लौट कर हरियाणा सचिवालय में श्री मनोहर लाल खट्टर से भेंट की। 

इससे पूर्व 21 सितम्बर को उन्होंने अफसरशाही व अन्य सरकारी कर्मचारियों का कामकाज बेहतर बनाने के लिए जहां अनेक तबादले किए, वहीं सभी सरकारी अधिकारियों तथा कर्मचारियों को कार्यालयों में सुबह 9 बजे उपस्थिति यकीनी बनाने तथा पब्लिक डीलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए। परन्तु मुख्यमंत्री के इस आदेश का राज्य में अभी असर नहीं हुआ तथा 21 सितम्बर को अधिकांश कर्मचारी कार्यालय में देर से ही पहुंचे। 

* जालन्धर में डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी के अलावा ए.डी.सी., एस.डी.एम. व सैक्रेटरी आर.टी.ए. सहित कई उच्चाधिकारी तो समय पर कार्यालय पहुंच गए परंतु उनके अधीनस्थ अधिकारियों और कर्मचारियों का ड्यूटी पर पहुंचने का सिलसिला 10 बजे के बाद भी चलता रहा।
जालन्धर निगम के अधिकांश कार्यालयों में उपस्थिति न के बराबर रही। अधिकांश कर्मचारी मर्जी से आए व 5 बजने से पहले ही चले गए। प्रशासकीय काम्प्लैक्स स्टाफ में 19 लेट पहुंचने वाले कर्मचारियों को ‘कारण बताओ नोटिस’ जारी किया गया। 

* संगरूर में डिप्टी कमिश्रर रामवीर समय से 30 मिनट पहले ही कार्यालय पहुंच गए परन्तु 50 के लगभग कर्मचारी 5 से 40 मिनट तक देरी से पहुंचे।
* फिरोजपुर में डिप्टी कमिश्रर विनीत कुमार तथा ए.डी.सी. सुखप्रीत सिंह तो समय पर कार्यालय पहुंचे परन्तु अन्य अधिकारी तथा कर्मचारी हमेशा की तरह देर से आए व जूनियर स्टाफ की अधिकांश सीटें खाली दिखाई दीं।
जिला सोशल सिक्योरिटी अधिकारी 9.20 बजे तक तथा आॢबट्रेशन कार्यालय के अधिकारी 9.25 बजे के बाद कार्यालय पहुंचे।
* मोगा में भी मछली पालन विभाग तथा लोक निर्माण विभाग सहित अनेक सरकारी कार्यालयों में सुबह 9.15 बजे तक कर्मचारी नहीं पहुंचे थे।
* अमृतसर तहसील परिसर में 70 प्रतिशत कर्मचारी निर्धारित समय पर ड्यूटी पर नहीं पहुंचे तथा तरह-तरह की बहानेबाजी करने लगे। किसी ने टाइम न देख सकने तो किसी ने वर्षा का बहाना बनाया।

* लुधियाना में डिप्टी कमिश्रर वीरेन्द्र शर्मा तो 9 बजने से पहले ही कार्यालय आ गए परन्तु कुछ अधिकारी आधा से एक घंटा लेट पहुंचे।
* तरनतारन में विभिन्न सरकारी कार्यालयों की चैकिंग के दौरान 58 कर्मचारी तय समय पर ड्यूटी से गायब पाए गए।
* बटाला में निरीक्षण के दौरान नगर निगम के 26 कर्मचारी ड्यूटी के तय समय के दौरान गैर-हाजिर पाए गए। 

* पठानकोट में मिनी सचिवालय तथा अन्य सरकारी कार्यालयों में चैकिंग के दौरान ट्यूबवैल कार्पोरेशन के एक्सियन, कोआप्रेटिव सोसायटी के डिप्टी रजिस्ट्रार तथा असिस्टैंट रजिस्ट्रार सहित 30 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी निर्धारित समय पर ड्यूटी से अनुपस्थित पाए गए। डिप्टी कमिश्रर कार्यालय में सुबह 10 बजे तक कमरों पर ताले लटके थे। इनके अलावा भी अन्य स्थानों पर अपनी लेट-लतीफी के लिए कर्मचारियों द्वारा तरह-तरह के बहाने बनाने के समाचार मिले हैं। किसी ने ऐनक टूटने, किसी ने ट्रैफिक जाम में फंसने तथा किसी ने कोई और बहाना बनाया। 

हालांकि संबंधित अधिकारियों ने मुख्यमंत्री की आज्ञा न मानने वाले कर्मचारियों को ‘कारण बताओ नोटिस’ जारी करने तथा उनके विरुद्ध बनती कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं परन्तु इसका लाभ तभी होगा यदि तुरन्त कार्रवाई कर दोषियों को ‘सजा’ और दूसरों को ‘नसीहत’ दी जाए। अन्यथा यह सिलसिला यदि पहले की तरह ही जारी रहा तो मुख्यमंत्री का आदेश एक फिजूल कवायद सी बन कर रह जाएगा। आदेश का सख्ती से पालन करने से जहां कर्मचारियों में अनुशासन आएगा वहीं निर्धारित समय में कर्मचारियों के कार्यालयों में मौजूद रहने से अपने रुके काम करवाने के लिए उनसे मिलने आने वाली जनता को भी परेशानी नहीं होगी।—विजय कुमार

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!