Edited By ,Updated: 24 Feb, 2019 04:28 AM
‘पंजाब केसरी ग्रुप’ के संस्थापक पूज्य पिता लाला जगत नारायण जी यथासंभव पीड़ितों की सहायता करने और उनके घावों पर मरहम लगाने के अपने सिद्धांत पर सदैव अडिग रहे। लाला जी ने 1966 में बिहार के अकाल पीड़ितों के लिए पहली बार बिहार रिलीफ फंड में 55,000 रुपए...
‘पंजाब केसरी ग्रुप’ के संस्थापक पूज्य पिता लाला जगत नारायण जी यथासंभव पीड़ितों की सहायता करने और उनके घावों पर मरहम लगाने के अपने सिद्धांत पर सदैव अडिग रहे।
लाला जी ने 1966 में बिहार के अकाल पीड़ितों के लिए पहली बार बिहार रिलीफ फंड में 55,000 रुपए भेजे। तब से अब तक ‘पंजाब केसरी’ द्वारा आतंकवाद पीड़ितों के लिए शुरू किए गए ‘शहीद परिवार फंड’ के अतिरिक्त 28 मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री रिलीफ फंडों के अलावा अन्य रिलीफ फंड शुरू किए गए जिनके अंतर्गत 66,24,53,341 रुपए से अधिक राशि विभिन्न प्रधानमंत्रियों, मुख्यमंत्रियों व अन्यों को भेंट की जा चुकी है।
समय-समय पर आयोजित किए जाने वाले ‘शहीद परिवार फंड’ सहायता वितरण समारोहों में पीड़ित परिवारों को सहायता राशि एफ.डी.आर. (फिक्स्ड डिपाजिट रसीदें) तथा घरेलू उपयोग की सामग्री भेंट की जाती है जिसमें कंबल, राशन, बर्तन आदि शामिल होते हैं। इसके अलावा उन्हें आने-जाने का किराया 1000 रुपए दिया जाता है। अब इस फंड के अंतर्गत पिछले 2 वर्षों से एक्शन के दौरान घायल अथवा शहीद होने वाले बी.एस.एफ. तथा सी.आर.पी.एफ. के सदस्यों को भी राहत राशि देने का सिलसिला शुरू किया गया है और इसी शृंखला में ‘शहीद परिवार फंड समिति’ द्वारा पुलवामा आतंकवादी हमले के शहीदों के आश्रितों को भी एक-एक लाख रुपए की सहायता देने की घोषणा की गई है।
पंजाब केसरी ग्रुप द्वारा जारी विभिन्न फंड की सूची इस लेख के नीचे दी जा रही है तथा इसके अलावा पाठकों के ही सहयोग से एकत्रित जम्मू-कश्मीर के आतंकवाद पीड़ितों को राहत सामग्री के 500 ट्रक भी भिजवाए जा चुके हैं और यह सिलसिला अब भी जारी है। पीड़ित भाई-बहनों की सहायता का अभियान जारी रखते हुए गत वर्ष दक्षिण भारत के सुंदर प्रांत केरल में बाढ़ से मची तबाही के बाद पीड़ितों को राहत पहुंचाने के लिए ‘पंजाब केसरी पत्र समूह’ ने 21 लाख रुपए के योगदान से 18 अगस्त, 2018 को ‘प्राइम मिनिस्टर्स नेशनल रिलीफ फंड (केरल)’ शुरू किया। इस मुस्लिम बहुल राज्य की नर्सें अपने सेवा भाव और रोगियों को इंजैक्शन लगाने के मामले में विश्वविख्यात हैं जो रोगी को जरा भी पीड़ा नहीं होने देतीं। इसी प्रकार यहां के फार्मासिस्ट अपने काम में निपुण माने जाते हैं। यह गर्व की बात है कि केरल के मिलनसार लोग हिन्दी बड़े गर्व से बोलते हैं और सभी देशवासी इनकी सहायता के लिए सदैव तत्पर रहते हैं।
हालांकि संयुक्त अरब अमीरात, जहां बड़ी संख्या में केरल वासी काम करते हैं, ने केरल को बाढ़ राहत के रूप में 685 करोड़ रुपए देने की पेशकश की थी लेकिन भारत सरकार ने उसे स्वीकार करने से इन्कार कर दिया। इसी क्रम में ‘पंजाब केसरी ग्रुप’ द्वारा शुरू किए गए ‘प्राइम मिनिस्टर्स नेशनल रिलीफ फंड (केरल)’ के अंतर्गत पाठकों के सहयोग से एकत्रित 38,67,000 रुपए सहायता राशि की पांचवीं और अंतिम किस्त गत दिवस केंद्रीय वित्त मंत्री श्री अरुण जेतली को भेंट की गई और इस प्रकार केरल राहत कोष में ‘पंजाब केसरी ग्रुप’ द्वारा पाठकों के सहयोग से दी जाने वाली कुल राशि 4,18,67,000 रुपए हो गई है। हमें इतना संतोष अवश्य है कि आप सबके सहयोग और सहायता से हमने अपने पीड़ित भाई-बहनों के घावों पर मरहम लगाने का एक छोटा-सा प्रयास किया है।
इसका श्रेय आप सबको तथा आपके हृदय में अपने हिंदुस्तानी पीड़ित भाई-बंधुओं के प्रति सहानुभूति और भाईचारे तथा बढ़ रही दानशीलता की भावना को ही जाता है जिसके लिए हम दानी भाई-बहनों का कोटि-कोटि आभार एवं धन्यवाद व्यक्त करते हैं।—विजय कुमार