Edited By ,Updated: 07 May, 2019 12:55 AM
हम समय-समय पर लिखते रहते हैं कि किस प्रकार हमारे अनेक नेतागण मात्र चर्चा में आने के लिए ही उलटे-सीधे बयान देकर अनावश्यक विवाद खड़े कर रहे हैं और यह सिलसिला थमने में नहीं आ ...
हम समय-समय पर लिखते रहते हैं कि किस प्रकार हमारे अनेक नेतागण मात्र चर्चा में आने के लिए ही उलटे-सीधे बयान देकर अनावश्यक विवाद खड़े कर रहे हैं और यह सिलसिला थमने में नहीं आ रहा।
- 3 मई को नवजोत सिंह सिद्धू (कांग्रेस) ने कहा, ‘2014 में स्मृति ईरानी (भाजपा) बी.ए. थीं, 2019 में वह 12वीं पास हो गईं तो क्या 2024 से पहले के.जी. में पहुंच जाएंगी?’
- 3 मई को पंजाब भाजपा के अध्यक्ष श्वेत मलिक ने नवजोत सिंह सिद्धू की तुलना ‘भांड’ से करते हुए कहा, ‘पैसे देकर सिद्धू से कुछ भी बुलवा लो। किसी के विरुद्ध भी ठहाके लगवा लो। उनकी सैंसलैस टिप्पणियों के लिए उनका दिमागी अस्पताल में इलाज करवाने की जरूरत है।’
- इसी दिन माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा, ‘ङ्क्षहसक घटनाओं से भरे पड़े रामायण व महाभारत जैसे ग्रंथों से सिद्ध होता है कि हिन्दू भी हिंसक हो सकते हैं।’
- 3 मई को कांग्रेस नेता मनीष तिवारी बोले, ‘मुझे शक है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शहीद-ए-आजम भगत सिंह के बारे में कोई जानकारी होगी। पिछले 5 वर्षों में वह कभी उनके स्मारक पर श्रद्धांजलि देने नहीं आए।’
- 4 मई को कांग्रेस नेता पवन काजल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की तुलना बलात्कार और हत्या के आरोप में फांसी की सजा पाने वाले कुख्यात अपराधियों रंगा और बिल्ला से की।
- 5 मई को अमित शाह ने कहा, ‘जैसे ही देश में गर्मी बढऩे लगती है राहुल गांधी विदेश चले जाते हैं और इतने गुप्त स्थान पर छुट्टिïयां बिताते हैं कि उनकी मां भी ढूंढती रह जाती हैं।’
- 5 मई को सुल्तानपुर में वरुण गांधी बोले, ‘गठबंधन को वोट देने का मतलब है पाकिस्तान को वोट देना।’
- छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (कांग्रेस) ने कहा है कि ‘प्रज्ञा सिंह ठाकुर मोटरसाइकिल चलातीं और जींस तथा टी-शर्ट पहनती थीं और अब उन्हें भगवा धारण कर लेने के कारण साध्वी नहीं कहा जा सकता।’
- मात्र 3-4 दिनों के अंदर मीडिया में आने वाले इन बयानों से स्पष्टï है कि किस प्रकार हमारे नेतागण बिना सोचे-विचारे टिप्पणियां करके दूसरे लोगों की भावनाओं को आहत करने के साथ-साथ समाज में कटुता बढ़ाने वाले अनावश्यक विवाद भी पैदा कर रहे हैं। —विजय कुमार