Edited By prachi,Updated: 22 Jul, 2018 06:00 PM
कांग्रेस लोकसभा चुनावों से पहले संगठन को मजबूत करने के प्रयासों में जुट गई है। पार्टी ने हर राज्य के हर गांव में कमेटी का गठन कर एक अध्यक्ष चुनने का फैसला लिया है। इसके अतिरिक्त पार्टी ने विधायकों और विधान परिषदों को जिला प्रभारी की जिम्मेदारी...
पटनाः कांग्रेस लोकसभा चुनावों से पहले संगठन को मजबूत करने के प्रयासों में जुट गई है। पार्टी ने हर राज्य के हर गांव में कमेटी का गठन कर एक अध्यक्ष चुनने का फैसला लिया है। इसके अतिरिक्त पार्टी ने विधायकों और विधान परिषदों को जिला प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपने का भी निर्णय लिया है।
कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि जब तक पार्टी के द्वारा गांवों के स्तर पर संगठन को मजबूत नहीं किया जाता तब तक पार्टी को मजबूती नहीं मिल पाएगी। उन्होंने कहा कि बिहार में करीब नौ हजार पंचायतें हैं। हर पंचायत के अंतर्गत एक या एक से अधिक गांव हैं। प्रत्येक पंचायत में लोगों के भीतर अच्छी छवि रखने वाले लोगों को अध्यक्ष चुना जाएगा। उनके अनुसार कुछ पंचायतों में अध्यक्षों की नियुक्ति हो चुकी है। यह कार्य अगले एक महीने तक पूरा कर लिया जाएगा।
गोहिल ने कहा कि बिहार में हमारे 30 विधायक और विधान परिषद सदस्य हैं। इनको जिला प्रभारी बनाया जाएगा जिसके बाद यह लोगों की समस्याओं को सुनेंगे और पार्टी को इन समस्याओं से अवगत करवाएंगे। इसके बाद पार्टी द्वारा लोगों की समस्याओं को दूर करने का प्रयास किया जाएगा। इन कदमों से संगठन को मजबूती प्राप्त होगी। कांग्रेस द्वारा बेशक आगामी लोकसभा चुनाव राजद के साथ गठबंधन में रहते हुए लड़ा जाएगा लेकिन वह पार्टी को मजबूती प्रदान करने का कोई भी मौका गंवाना नहीं चाहती है।