Edited By prachi,Updated: 19 Jul, 2018 04:18 PM
जदयू ने रेलवे टेंडर घोटाला मामले की जांच को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि सीबीआई और रेल मंत्रालय द्वारा इस मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने में लापरवाही बरती जा रही है। वहीं इस मामले पर उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी का कहना है कि इस...
पटनाः जदयू ने रेलवे टेंडर घोटाला मामले की जांच को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि सीबीआई और रेल मंत्रालय द्वारा इस मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने में लापरवाही बरती जा रही है। वहीं इस पर उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी का कहना है कि इस मामले पर सीबीआई को जवाब देना है, इससे पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है।
जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद का कहना है कि रेलवे टेंडर घोटाला मामले में चार्जशीट फाइल होने के 90 दिनों के बाद भी रेल मंत्रालय द्वारा रेलवे बोर्ड के अतिरिक्त सदस्य बी के अग्रवाल पर मुकदमा चलाने की इजाजत देने में देरी की जा रही है। इस मामले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी पार्टी के सभी प्रवक्ताओं को अपनी नाराजगी सबके सामने व्यक्त करने का संदेश दिया। वहीं इस पर उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि इस मामले में पार्टी कुछ नहीं कह सकती है। सीबीआई को ही इस मामले पर फैसला लेना है।
जदयू का कहना है कि इस मामले में तेजस्वी का नाम आने के बाद ही मुख्यमंत्री नीतीश ने महागठबंधन का साथ छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था। रेलवे टेंडर घोटाला मामला में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और उनके बेटे और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी आरोपी हैं। सीबीआई द्वारा 12 आरोपियों के खिलाफ 15 अप्रैल को चार्जशीट दायर की गई थी।