Edited By prachi,Updated: 28 Jul, 2018 02:57 PM
लोजपा के बाद अब जदयू ने भी एससी-एसटी एक्ट को लेकर कड़े तेवर अपना लिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने अनुसूचित जाति-जनजाति कानून पर फैसला देने वाले सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस एके गोयल को एनजीटी अध्यक्ष बनाए जाने पर भी सवाल खड़ा किया है। इससे पहले लोजपा...
पटनाः लोजपा के बाद अब जदयू ने भी एससी-एसटी एक्ट को लेकर कड़े तेवर अपना लिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने अनुसूचित जाति-जनजाति कानून पर फैसला देने वाले सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस एके गोयल को एनजीटी अध्यक्ष बनाए जाने पर भी सवाल खड़ा किया है।
इससे पहले लोजपा के अध्यक्ष रामविलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान ने मांग की थी कि सरकार अध्यादेश लाकर ऑरिजनल एससी/एसटी एक्ट को बहाल करे। इसके साथ ही चिराग ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस एके गोयल को एनजीटी अध्यक्ष के पद से हटाने की मांग की।
चिराग पासवान ने मोदी सरकार को चेतावनी देते हुआ कहा कि अगर सरकार ने 9 अगस्त तक हमारी बात नहीं मानी तो लोजपा की दलित सेना दूसरे दलित संगठनों के साथ सरकार के खिलाफ आंदोलन में हिस्सा ले सकती है।
जदयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने चिराग पासवान द्वारा मोदी सरकार को दी गई चेतावनी का भी समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि दलित एक्ट दलितों की रक्षा के लिए बनाया गया है अगर इसके साथ कोई छेड़छाड़ करेगा तो इसका विरोध होना लाजमी है।