Edited By prachi,Updated: 22 Jun, 2018 06:39 PM
बिहार को विशेष दर्जा प्रदान करने की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मांग का कांग्रेस द्वारा समर्थन करने के बाद जदयू ने सवाल किया कि राष्ट्रीय पार्टी तब जरूरी कदम उठाने में असफल क्यों रही जब वह एक दशक तक केंद्र की सत्ता में थी। बिहार कांग्रेस के प्रभारी...
पटनाः बिहार को विशेष दर्जा प्रदान करने की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मांग का कांग्रेस द्वारा समर्थन करने के बाद जदयू ने सवाल किया कि राष्ट्रीय पार्टी तब जरूरी कदम उठाने में असफल क्यों रही जब वह एक दशक तक केंद्र की सत्ता में थी।
बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने गुुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इसको लेकर आलोचना की थी कि उन्होंने इस सप्ताह के शुरू में राजधानी दिल्ली में आयोजित नीति आयोग की बैठक में नीतीश कुमार द्वारा बिहार को विशेष दर्जा प्रदान करने की मांग उठाने पर उसे नजरंदाज किया।
जदयू के प्रवक्ता अजय आलोक ने गोहिल के बयान पर कहा कि कांग्रेस 2004 से 2014 तक सत्ता में रही। उसने तब बिहार को विशेष दर्जा प्रदान करने के लिए कोई कदम क्यों नहीं उठाया? नीतीश कुमार यह मांग 2005 में मुख्यमंत्री बनने से पहले से उठा रहे हैं। राज्य में सत्ता में आने के बाद से वह इस मांग को और जोरदार तरीके से उठा रहे हैं।
आलोक एक अन्य टिप्पणी में परोक्ष रूप से कांग्रेस और भाजपा पर निशाना साधते प्रतीत हुए। उन्होंने कहा कि बड़ी पार्टियों के साथ यह बड़ी अजीब बात है। वह सत्ता से बाहर होने पर विशेष दर्जे का वादा करती हैं लेकिन सत्ता में आने के बाद वे अपना वादा भूल जाती हैं।