Edited By prachi,Updated: 27 May, 2018 01:39 PM
बिहार में जोकीहाट विधानसभा उपचुनाव 28 मई को होने वाले हैं। यह उपचुनाव राज्य की सत्ताधारी पार्टी जदयू और विपक्ष राजद के लिए बहुत अहम माने जा रहें हैं। दोनों पार्टियां इन उपचुनावों में अपनी पूरी ताकत झोंक रही है। जोकीहाट विधानसभा उपचुनाव में कुल नौ...
पटनाः बिहार में जोकीहाट विधानसभा उपचुनाव 28 मई को होने वाले हैं। यह उपचुनाव राज्य की सत्ताधारी पार्टी जदयू और विपक्ष राजद के लिए बहुत अहम माने जा रहें हैं। दोनों पार्टियां इन उपचुनावों में अपनी पूरी ताकत झोंक रही है।
जोकीहाट विधानसभा उपचुनाव में कुल नौ प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं। इसके बावजूद केवल दोनों गठबंधनों में इन उपचुनावों के चलते कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। इस सीट पर पिछले चार चुनावों से जदयू के प्रत्याशी ने अपना दबदबा बनाया हुुआ है लेकिन राजद के वरिष्ठ नेता तस्लीमुद्दीन का भी इस सीट पर मजबूत आधार रहा है। तस्लीमुद्दीन के निधन के बाद खाली हुई अररिया सीट पर सरफराज के सांसद बन जाने के बाद जोकीहाट सीट खाली हो गई थी।
जहां राजद ने तस्लीमुद्दीन के छोटे पुत्र शाहनवाज आलम को उम्मीदवार बनाया है वहीं उनके सामने जदयू ने मुर्शीद आलम को मैदान में उतारा है। तस्लीमुद्दीन और उनके बेटे अब तक नौ बार इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। ऐसे में जदयू के लिए इस सीट पर अपना दबदबा कायम रखना काफी मुश्किल होगा।