Edited By prachi,Updated: 24 Jun, 2018 05:45 PM
बिहार सरकार द्वारा स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए कई योजनाओं को लागू किया जा रहा है लेकिन सरकारी कर्मचारियों की लापरवाही ही सरकार की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर रही है। ताजा मामला कटिहार जिले का है जहां सरकार की एक योजना के तहत दो महीने...
कटिहार: बिहार सरकार द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं को दुरुस्त करने के लिए कई योजनाओं को लागू किया जा रहा है लेकिन सरकारी कर्मचारियों की लापरवाही ही सरकार की परेशानियों को लगातार बड़ा रही है। ताजा मामला कटिहार जिले का है जहां सरकार की एक योजना के तहत दो महीने की बच्ची को टीका लगाने पर उसकी हालत बिगड़ गई।
जानकारी के अनुसार, मामला कटिहार जिले के मघेली पंचायत के बड़ी चातर गांव का है। स्वास्थ्य विभाग की मिशन इंद्रधनुष योजना के तहत दो महीने की एक बच्ची को हाथ और पैर पर टीका लगाया गया। टीका लगाने के दौरान भर्ती गई लापरवाही के चलते उस स्थान पर गहरे जख्म हो गए जिसके चलते उसकी हालत बिगड़ गई।
इस पर बच्ची की मां फराना खातून ने आरोप लगाया है कि चिकित्सकों की लापरवाही के कारण ऐसा हुआ है। वहीं बच्ची की नानी अफसाना खातून का कहना है कि एएनएम प्रविला कुमारी ने बच्ची को इंजेक्शन लगाया था। जख्म होने के बाद बच्ची को फलका स्वास्थ्य केंद्र जाकर डॉक्टर को दिखाया गया।