Edited By prachi,Updated: 22 Jun, 2018 07:27 PM
बिहार के आरा जिले के सदर अस्पताल से स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की पोल खोलता एक मामला सामने आया है। अस्पताल ने 13 साल की मासूम बच्ची को एक स्ट्रेचर तक उपलब्ध नहीं करवाया जिसके चलते परिजनों को उसे गोद में उठाकर इधर-उधर घूमना पड़ा। जानकारी के अनुसार, 13...
आरा: बिहार के आरा जिले के सदर अस्पताल से स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की पोल खोलता एक मामला सामने आया है। अस्पताल ने 13 साल की मासूम बच्ची को एक स्ट्रेचर तक उपलब्ध नहीं करवाया जिसके चलते परिजनों को उसे गोद में उठाकर इधर-उधर घूमना पड़ा।
जानकारी के अनुसार, 13 वर्षीय अंजली आरा के नवादा थाना क्षेत्र के अनाईठ गांव की रहने वाली है। कुछ दिन पहले छत से गिरने के कारण उसके शरीर के अंगों ने काम करना बंद कर दिया। इसके चलते पहले उसे आईजीआईएमएस में भर्ती करवाया गया था। जब परिजन उसे लेकर घर आ गए तो तब अचानक बच्ची की हालत बिगड़ने लगी। इस पर वह उसे आरा के सदर अस्पताल में ले आए।
वहां चिकित्सकों ने जांच के बाद बच्ची के यूरीन बैग को बदलने की सलाह दी। इसके बाद परिजन बच्ची को लेकर कभी ओपीडी तो कभी ओटी के चक्कर लगाते रहे। किसी ने उनकी तरफ कोई ध्यान नहीं दिया। अस्पताल के स्टॉफ द्वारा उन्हें एक स्ट्रेचर तक मुहैया नहीं करवाया गया। परिजन उसे गोद में उठाकर इधर-उधर भटकते रहे।