Edited By PTI News Agency,Updated: 28 Mar, 2020 05:20 PM
पटना, 28 मार्च (भाषा) कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए जारी देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से काम बंद हो जाने पर, दूसरे राज्यों से अपने मूल प्रदेश लौट रहे मजदूरों और अन्य गरीब लोगों को बसों से भेजे जाने को एक गलत कदम बताते हुए बिहार के...
पटना, 28 मार्च (भाषा) कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिए जारी देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से काम बंद हो जाने पर, दूसरे राज्यों से अपने मूल प्रदेश लौट रहे मजदूरों और अन्य गरीब लोगों को बसों से भेजे जाने को एक गलत कदम बताते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को कहा कि यह कदम लॉकडाउन को पूरी तरह असफल कर देगा।
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा है कि विशेष बसों से लोगों को भेजना एक गलत कदम है।
उन्होंने कहा कि इससे कोरोना वायरस महामारी और फैलेगी जिसकी रोकथाम और उससे निबटना सबके लिए मुश्किल होगा। उन्होंने कहा ‘‘जो जहां हैं उनके लिये रहने खाने की व्यवस्था वहीं की जा रही है। बसों से लोगों को उनके राज्य भेजने का फैसला लॉकडाउन को पूरी तरह असफल कर देगा।’’
नीतीश ने स्थानीय स्तर पर ही कैम्प लगाकर लोगों के रहने और खाने का इंतजाम करने का सुझाव दिया है।
गौरतलब है कि दिल्ली-एनसीआर से हजारों की संख्या में लोग अपने घर जाने के लिए पैदल निकल पड़े हैं। इसे देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने 200 बसों का इंतजाम किया है। ये बसें नोएडा-गाजियाबाद से हर दो घंटे में रवाना होंगी। इन बसों में ज्यादातर लोग पूर्वांचल और बिहार के हो सकते हैं।
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