Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Sep, 2017 12:44 PM
जदयू के बागी नेता शरद यादव पर लगातार मुसीबतों का कहर टूट रहा है। राज्यसभा सचिवालय ने शरद यादव को सदस्यता समाप्त करने को लेकर नोटिस जारी किया है जिसमें उन्हें एक हफ्ते में अपना पक्ष रखने को कहा गया है।
पटना: जदयू के बागी नेता शरद यादव पर लगातार मुसीबतों का कहर टूट रहा है। राज्यसभा सचिवालय ने शरद यादव को सदस्यता समाप्त करने को लेकर नोटिस जारी किया है जिसमें उन्हें एक हफ्ते में अपना पक्ष रखने को कहा गया है। इससे यह बात साफ होती दिख रही है कि उनकी सदस्यता पर खतरा मंडराने लगा है।
इससे पहले चुनाव आयोग ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले जदयू को वास्तविक जनता दल मानते हुए शरद यादव के दावे को खारिज कर दिया। सचिवालय ने अली अनवर की सदस्यता समाप्त करने को लेकर भी नोटिस जारी किया है, उन्हें पार्टी से निलंबित किया जा चुका है।
बिहार में महागठबंधन टूटने के कारण शरद यादव मुख्यमंत्री से नाराज हो गए थे। इसके चलते ही पार्टी के मना करने के बावजूद भी वह राजद की रैली में शामिल हुए। जदयू ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू को शरद की सदस्यता रद्द करने का ज्ञापन दिया था। गौरतलब है कि शरद यादव के इसी तेवर को देखते हुए जदयू पहले ही उन्हें राज्यसभा में नेता के पद से हटा चुकी है।