Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Feb, 2018 02:01 PM
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ यानी कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत बिहार के 10 दिवसीय दौरे पर हैं। मोहन भागवत सोमवार को ट्रेन से बिहार के पटना पहुंचे। यहां पहुंचकर वह पर वह संघ के मैदान पर प्रार्थना सभा में शामिल हुए। वहीं आज यह मुजफ्फरपुर की ओर रवाना...
पटनाः राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ यानी कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत बिहार के 10 दिवसीय दौरे पर हैं। मोहन भागवत सोमवार को ट्रेन से बिहार की राजधानी पटना पहुंचे। यहां पहुंचकर भागवत संघ के मैदान पर प्रार्थना सभा में शामिल हुए। जिसके बाद वह आज मुजफ्फरपुर की ओर रवाना होंगे। यहां पर वह करीब 10 फरवरी तक विशेष कार्यक्रमों में भाग लेंगे। इसके अलावा 11 फरवरी को मुजफ्फरपुर जिला स्कूल परिसर में और 12 फरवरी को पटना में राजेंद्र नगर स्थित शाखा मैदान में संघ और भाजपा नेताओं की बैठक में शामिल होंगे।
बैठकों को करेंगे संबोधित
मोहन भागवत इन सभी बैठकों को संबोधित करेंगे। इतना ही नहीं आरएसएस प्रमुख बिहार प्रवास के दौरान मोहन भागवत संघ से जुड़े करीब 35 संगठनों की मौजूदा स्थिति का लेखाजोखा लेंगे।
इस बैठ में शामिल होने के लिए भागवत बिहार आए
वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की कार्यकारिणी की 2 दिवसीय बैठक 14-15 को पटना में होगी। ये बैठक पटना में संघ कार्यालय में आयोजित की गई है। संघ की बैठक में लोकसभा चुनाव और केंद्रीय बजट और पूरे देश में उस पर आम लोगों की प्रतिक्रिया पर चर्चा हो सकती है। भागवत का बिहार आना का यह मुख्य कारण बताया जा रहा है।
15 फरवरी को वाराणसी के लिए होंगे रवाना
इसके अलावा समग्र ग्राम विकास, जैविक खेती को बढ़ावा और कुटुंब प्रबोधन की बैठक में भी शामिल होंगे। कृषि के साथ ही गौ-पालन की दिशा पर भी जोर देंगे। इन खास कार्यक्रमों के समापन के बाद मोहन भागवत 15 फरवरी को वाराणसी के लिए रवाना हो जाएंगे।
राष्ट्रभक्ति के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए आए
वहीं इस संबंध में पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव का कहना है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत राष्ट्रभक्ति के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए बिहार के 10 दिवसीय दौरे पर आए हैं।
राजनीति गलियारों में बड़ी हलचल
उल्लेखनीय है कि भागवत की इस बिहार यात्रा से राजनीति गलियारों में हलचल तेज हो गई है। इस यात्रा को आगामी लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि आरएसएस की ओर से बिहार यात्रा को लोकसभा चुनाव से जोड़ा जाना अफवाह बताया गया।