Edited By prachi,Updated: 18 Jul, 2018 05:43 PM
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि चारा घोटाला के चार मामलों में सजायाफ्ता लालू प्रसाद को राजनीतिक कार्यों से अलग रहने की शर्त पर केवल इलाज के लिए जमानत मिली थी लेकिन वह लगातार शर्तों का उल्लंघन कर रहें हैं। उन्होंने कहा कि राजद प्रमुख ने पहले...
पटनाः उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि चारा घोटाला के चार मामलों में सजायाफ्ता लालू प्रसाद को राजनीतिक कार्यों से अलग रहने की शर्त पर केवल इलाज के लिए जमानत मिली थी लेकिन वह लगातार शर्तों का उल्लंघन कर रहें हैं। उन्होंने कहा कि राजद प्रमुख ने पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत से मुलाकात की और इसके बाद तेलगु देशम पार्टी के तीन सांसदों ने उनसे मुलाकात कर राजनीतिक चर्चाएं की। इस आधार पर सीबीआई को लालू की जमानत तत्काल रद्द करवानी चाहिए।
मोदी ने अनुसार तेदेपा सांसदों ने स्वीकार किया है कि उन लोंगो ने हाल-चाल पूछने के नाम पर लालू प्रसाद से भेंट की और संसद के मानसून सत्र में सम्भावित अविश्वास प्रस्ताव पर उनकी पार्टी का समर्थन मांगा। बाद में उन सांसदों ने बिहार के नेता प्रतिपक्ष और लालू प्रसाद के पुत्र तेजस्वी यादव के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा। मोदी ने कहा कि सीबीआई को लालू प्रसाद की सेहत और उनकी राजनीतिक गतिविधियों की समीक्षा कर तुरंत फैसला लेना चाहिए।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि तेदेपा और राजद दोनों दलों ने लालू प्रसाद से राजनीतिक बातचीत की पुष्टि कर यह साबित किया है कि उन्हें जमानत की शर्तों का पालन करने की बिल्कुल परवाह नहीं है। यह अदालत की अवमानना का भी मामला है। इससे पहले लालू प्रसाद को सजा सुनाए जाने पर उनकी पार्टी के कई नेता न्यायपालिका पर जातीय भेदभाव का आरोप लगाने वाले टिप्पणी भी कर चुके हैं।