Edited By prachi,Updated: 09 Jun, 2018 05:24 PM
बिहार बोर्ड द्वारा इंटर का रिजल्ट घोषित करने के बाद से छात्रों का हंगामा लगातार जारी है। छात्रों द्वारा राजधानी पटना सहित कई जिलों में विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है। छात्र लगातार बिहार सरकार पर नतीजे घोषित करने में लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहें...
पटनाः बिहार बोर्ड द्वारा इंटर का रिजल्ट घोषित करने के बाद से छात्रों का हंगामा लगातार जारी है। छात्रों द्वारा राजधानी पटना सहित कई जिलों में विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है। छात्र लगातार बिहार सरकार पर नतीजे घोषित करने में लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहें हैं और सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहें हैं। छात्रों के इस विरोध के बीच बोर्ड ने अंक पत्र की जांच के लिए समय दिया है।
शनिवार को छात्रों ने आरा-पटना मुख्य मार्ग एनएच-30 को जाम और आगजनी कर बिहार सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। छात्रों ने धरहरा पुल के समीप सड़क जाम कर बिहार के शिक्षा मंत्री के खिलाफ नारेबाजी की। छात्रों का कहना है कि इस बार इंटर के रिजल्ट में गड़बड़ी और जालसाजी का काम बिहार बोर्ड ने किया है इससे कई छात्रों का भविष्य दाव पर लग गया है।
छात्रों ने आरा पटना एनएच-30 पर कई घंटे जाम कर प्रदर्शन किया जिससे सड़क पर गाड़ियों का भारी जाम लग गया। छात्रों का कहना है कि जल्द से जल्द हमारे रिजल्ट को सुधारा जाए नहीं तो यह आंदोलन आगे भी जारी रहेगा। छात्रों का आरोप है कि कई पेपर्स में शामिल ना होने पर भी उस विषय के अंक दिए गए हैं तो कई पेपर्स देने पर उसमें उन्हें अनुपस्थित घोषित किया गया है। वहीं दूसरी तरफ बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर का कहना है कि नतीजे घोषित करने में कोई लापरवाही नहीं बरती गई है।
विरोध के बीच बोर्ड ने अंक पत्र की जांच के लिए दिया समय
परीक्षा निकाय ने शनिवार को कहा कि प्रभावित छात्रों को 16 जून तक अपनी उत्तर पुस्तिका की जांच का अवसर मुहैया करवाया जा रहा है। बिहार स्कूल परीक्षा बोर्ड (बीएसईबी) ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि आवेदकों के कुछ मामलों में जांच में उनके कुछ अंक बढ़ सकते हैं और कुछ मामलों में घट भी सकते हैं। इंटरमीडिएट के परीक्षार्थी यहां बीएसईबी कार्यालय के बाहर पिछले कुछ दिनों से धरना दे रहे हैं। उनमें से कई ने दावा किया है कि उन्होंने जेईई और नीट जैसी प्रतियोगिता परीक्षाएं पास कर ली हैं लेकिन इंटरमीडिएट में कम अंक आने की वजह से उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। भाजपा के वरिष्ट सांसद सीपी ठाकुर सहित कई नेताओं ने इसकी आलोचना की है। ठाकुर ने कहा कि बिहार में परीक्षा तंत्र अब भी खस्ताहाल है।