Edited By ,Updated: 24 Feb, 2020 04:38 AM
दूध वाली चाय तो हर कोई पीता है, लेकिन काली चाय शायद हर कोई नहीं पीता। काली चाय का सेवन करने से गंभीर बीमारी होने की आशंका कम रहती है। एक शोध में पाया गया है कि काली चाय पीने वाले लोगों में अल्जाइमर और डिमेंशिया जैसी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।...
दूध वाली चाय तो हर कोई पीता है, लेकिन काली चाय शायद हर कोई नहीं पीता। काली चाय का सेवन करने से गंभीर बीमारी होने की आशंका कम रहती है। एक शोध में पाया गया है कि काली चाय पीने वाले लोगों में अल्जाइमर और डिमेंशिया जैसी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। शोध में पाया गया कि काली चाय में फ्लेवेनाल्स पाए जाते हैं। फ्लेवेनाल्स एक पोषक तत्व है जो दिमाग को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
शिकागो स्थित रस यूनिवॢसटी ने यह शोध किया है। शोधकत्र्ताओं ने कुल 921 उम्रदराज लोगों पर शोध किया है। शोध के लिए 12 साल का वक्त लिया गया। अध्ययन में पाया गया कि जिन लोगों ने दिन भर में एक कप काली चाय का सेवन किया उन्हें डिमेंशिया या अल्जाइमर होने का खतरा करीब 50 फीसदी से भी कम हो गया। शोध ने इस बात की पुष्टि कर दी। काली चाय का सेवन करने से न सिर्फ बीमारियों से बचा जा सकता है, बल्कि काली चाय में टैनिन नामक पोषक तत्व की मात्रा ज्यादा होती है। इसी वजह से यह हमारी पाचन क्रिया को अच्छा बनाए रखती है एवं इसके साथ ही एसीडिटी की समस्या को दूर करती है।
अगर कोई व्यक्ति हर रोज काली चाय का सेवन करता है तो वह खुद को पूरे दिन एनर्जैटिक महसूस करता है। रोजाना 2 कप काली चाय पीने से लोग खुद को एक्टिव रख सकेंगे। काली चाय दिल के लिए अच्छी होती है। रोजाना एक कप काली चाय पीने से आपका हृदय एकदम स्वस्थ और मजबूत रहता है। इसके साथ-साथ यह दिल की धमनियों को स्वस्थ रखती है और रक्त को जमने नहीं देती है।