Edited By ,Updated: 15 Feb, 2019 04:20 AM
बिहार वास्तव में युवा प्रेमियों की ‘कत्लगाह’ में बदल गया है, जिनकी निर्मम हत्या महज प्रेम में पडऩे के लिए उनके अपनों द्वारा ही की जा रही है। गत डेढ़ महीनों के दौरान हत्या की ऐसी 3 घटनाएं रिपोर्ट की गई हैं। बड़ी हैरानी की बात है कि सामाजिक सौहार्द...
बिहार वास्तव में युवा प्रेमियों की ‘कत्लगाह’ में बदल गया है, जिनकी निर्मम हत्या महज प्रेम में पडऩे के लिए उनके अपनों द्वारा ही की जा रही है। गत डेढ़ महीनों के दौरान हत्या की ऐसी 3 घटनाएं रिपोर्ट की गई हैं। बड़ी हैरानी की बात है कि सामाजिक सौहार्द बनाए रखने के लिए सरकार द्वारा अंतरजातीय विवाहों को प्रोत्साहित किए जाने के बावजूद ऐसे मामले थोड़े-थोड़े समय बाद हो रहे हैं।
सरकार सामाजिक बंधन तोडऩे वाले युवाओं को एक लाख रुपए तक का आकर्षक प्रोत्साहन दे रही है लेकिन जमीनी स्तर पर स्थिति काफी चिंताजनक बनी हुई है। एक ताजा घटना में इस सप्ताहांत को गया जिला में दो युवा प्रेमियों की हत्या कर दी गई, उनके शवों के टुकड़े करके एक ही चिता में जला दिए गए। 17 वर्षीय स्नेहा कुमारी को विकास पासवान से प्रेम हो गया था, जो क्षेत्र में एक कोचिंग सैंटर चलाता था। लड़की ताकतवर यादव जाति से संबंधित थी, जो ओ.बी.सी. श्रेणी में पड़ती है, जबकि लड़का दलित समुदाय से था। गत वर्ष सितम्बर में जोड़े ने भाग कर लड़की के अभिभावकों की इच्छा के विपरीत एक स्थानीय मंदिर में विवाह कर लिया, जिन्होंने बाद में लड़के के खिलाफ लड़की के अपहरण का मामला दर्ज करवा दिया।
पुलिस के दबाव के चलते जोड़े ने आत्मसमर्पण कर दिया, जिसके बाद लड़के को जेल भेज दिया गया जबकि लड़की को उसके अभिभावकों के हवाले कर दिया गया। लड़के को महज एक पखवाड़ा पहले ही जेल से रिहा किया गया था। सप्ताहांत के दौरान लड़के को कथित तौर पर लड़की के अभिभावकों ने अगवा कर लिया और उसे एक स्थानीय नदी के किनारे ले गए। इसके बाद लड़की को भी उसी स्थान पर लाया गया और लड़के के साथ उसकी भी हत्या कर दी गई। रिपोर्ट के अनुसार अपराध करने के पश्चात लड़की के परिवार वालों ने दोनों के शवों को टुकड़ों में काट दिया तथा एक ही चिता में उनको जला दिया। यह खौफनाक घटना उस समय सामने आई जब लड़के के पिता द्वारा दर्ज करवाई गई शिकायत के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने लड़की के पारिवारिक सदस्यों को उठाया और उनसे कड़ी पूछताछ की।
पूछताछ के दौरान उन्होंने स्वीकार किया कि सबूत मिटाने के लिए उनके शवों को आग के हवाले करने से पहले उन्होंने उन दोनों की हत्या के अपराध को अंजाम दिया था। स्थानीय उप पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार सिंह ने बताया कि गिरफ्तार व्यक्तियों ने स्वीकार किया है कि अपने सम्मान की खातिर उन्होंने दोनों की हत्या की। पुलिस ने दोनों के जले हुए अवशेष इकट्ठे कर उन्हें फोरैंसिक जांच के लिए भेजा है। एक अन्य खतरनाक कहानी पटना से है, जहां गत सप्ताह एक युवक की उसकी प्रेमिका के साथ हत्या करने से पहले तेजधार हथियार से उसके गुप्तांग काट लिए गए थे। यहां भी लड़के की पहचान प्रिंस कुमार के नाम से की गई, जो पिछड़ी जाति से संबंधित था और उसने एक ऐसी लड़की से प्रेम करने की हिम्मत की जो प्रभावशाली उच्च राजपूत जाति से संबंधित थी।
जब लड़की के परिवार को उसके चक्कर बारे पता चला तो उन्होंने उसे कोचिंग सैंटर से हटा लिया, जहां वे मिले थे लेकिन अब लड़के ने उसके गांव के चक्कर लगाने शुरू कर दिए, जिससे लड़की के अभिभावक गुस्सा हो गए। उस दुर्भाग्यशाली रात को लड़का अपनी प्रेमिका के कमरे में ताक-झांक करता पकड़ा गया, जिसके बाद लड़की के परिवार वालों ने उसकी जम कर पिटाई की। बाद में पीट-पीट कर उसे मार डालने से पहले उन्होंने कथित तौर पर उसके गुप्तांग काट लिए। बाद में उनके शवों को दो अलग स्थानों पर फैंक दिया गया। गत माह भी एक युवा लड़की की कथित तौर पर उसके अभिभावकों द्वारा काट कर हत्या कर दी गई, जब एक स्थानीय लड़के के साथ उसके प्रेम-प्रसंग की बात सार्वजनिक हो गई।
गया में गुस्साई भीड़ ने लड़की को न्याय दिलाने के लिए कैंडल मार्च निकाला, जिसका सिरकटा शव रहस्यमयी परिस्थितियों में घर से गायब होने के कुछ सप्ताह बाद मिला था। पुलिस जांच के दौरान पता चला कि उसके पारिवारिक सदस्यों ने ही मांस काटने वाले चाकू से उसकी हत्या कर दी थी।-एम. चौरसिया