Edited By ,Updated: 27 Apr, 2017 04:26 PM
चलते चलते अचानक
चलते चलते अचानक
ख़त्म हो जाता है जिंदगी का सफर,
जैसे जी तुमने अपनी जिंदगी
लोगो की यादों में जिंदा रहेगा ये सफर ।
दिलों को छूना
दिलों की जीतना,
तेरे इस सफ़र से मुझे है सीखना,
तू नहीं है आज, मगर फिर भी है
कुछ ऐसा ही रहा तेरा ये सफर,
जैसे जी तुमने अपनी जिंदगी
लोगो की यादों में जिंदा रहेगा ये सफर ।
जिन्दगी लंबी थी ना छोटी,
तुमने छुई सफलता की हर चोटी,
लोगो के मनोरंजन के लिए था तुम्हारा ये सफर,
जैसे जी तुमने अपनी जिंदगी
सब की यादों में जिंदा रहेगा तुम्हारा ये सफर ।
विनोद खन्ना जी को श्रधांजलि
संदीप गर्ग
लहरागागा (संगरूर) पंजाब
9316188000