Edited By ,Updated: 24 Dec, 2019 05:08 AM
विद्या राजू इस साल अगस्त महीने से बहुत व्यस्त चल रही हैं। इस साल केरल में आई अब तक की सबसे भयानक बाढ़ में बहुत बड़ी तादाद में सांप निकले जो अब घरों और इमारतों में पनाह ले रहे हैं। ऐसे में पूरे कोच्चि से विद्या के पास सांपों से छुटकारा पाने के लिए...
विद्या राजू इस साल अगस्त महीने से बहुत व्यस्त चल रही हैं। इस साल केरल में आई अब तक की सबसे भयानक बाढ़ में बहुत बड़ी तादाद में सांप निकले जो अब घरों और इमारतों में पनाह ले रहे हैं। ऐसे में पूरे कोच्चि से विद्या के पास सांपों से छुटकारा पाने के लिए फोन कॉल आते रहते हैं। हाल ही में अजगर को बचाने वाला उनका वीडियो बहुत वायरल हुआ था। विद्या अभी तक लगभग 1000 सांप रैस्क्यू कर चुकी हैं।
विद्या कहती हैं कि अचानक आई बारिश की वजह से सांपों को अपने प्राकृतिक आवास से बाहर निकलना पड़ा। जब पानी उतरा तो वे यहां-वहां छिपने लगे, क्योंकि उन्हें अंदाजा ही नहीं था कि वे कहां जा रहे हैं? इनमें से अधिकांश सांप जहरीले नहीं हैं। हर रोज औसतन मेरे पास 2-3 फोन कॉल आते हैं। आजकल तो मैं लोगों से कहती हूं कि वे सांप का फोटो मुझे व्हाट्सएप कर दें। अगर सांप जहरीला नहीं है और बाहर है तो मैं लोगों से कहती हूं कि उसे अकेला छोड़ दें। रैट स्नेक जैसे सांप कोई नुक्सान नहीं पहुंचाते, बल्कि वे चूहों की तादाद नियंत्रण में रखते हैं। विद्या मूलत: बिहार की हैं और पति एन.वी.एस. राजू नेवी के रिटायर्ड कमांडर हैं।
विद्या पिछले 25 साल से गोवा के नेवी कैम्पस में भटक कर आए उल्लू, चील, कुत्ते, बिल्लियों और सांपों को रैस्क्यू करती रही हैं। वह सूंघ कर सांपों को खोज लेती है। विद्या एक घटना की याद करते हुए बताती हैं कि एक बार एक एनीमल रैस्क्यू कैम्प में वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट ने एक सांप पकड़ कर उसे जंगल में छोड़ा था। उस समय मैंने सांप को पहली बार हाथ में पकड़ कर देखा था। विद्या सांपों से इतना प्रेम करती है कि उन्हें ‘बच्चे’ कहती हैं।