Edited By ,Updated: 18 Aug, 2020 05:15 AM
अमरीका में डैमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद के लिए नामांकित जो बाइडेन ने ट्वीट कर कहा कि ‘‘यह घोषणा करते हुए मेरे लिए बड़े सम्मान की बात है कि मैंने कमला हैरिस जोकि एक निडर नेता हैं, को उपराष्ट्रपति...
अमरीका में डैमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद के लिए नामांकित जो बाइडेन ने ट्वीट कर कहा कि ‘‘यह घोषणा करते हुए मेरे लिए बड़े सम्मान की बात है कि मैंने कमला हैरिस जोकि एक निडर नेता हैं, को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है। यह कमला हैरिस तथा अमरीका के लिए ऐतिहासिक क्षण है।
लॉस एंजल्स टाइम्स ने कमला का कुछ इस तरह वर्णन किया है। ‘‘हैरिस के 17 वर्ष के राजनीतिक करियर में यह ऐतिहासिक क्षण है। वह पहली अश्वेत महिला हैं जिन्होंने प्रत्येक कार्यालय को संभाला। वह सान फ्रांसिस्को में डिस्ट्रिक्ट अटार्नी के रूप में भी काम कर चुकी हैं। 2003 में सान फ्रांसिस्को की जिला वकील बनी थीं। कमला हैरिस दो बार अटार्नी जनरल रहीं, फिर 2017 में सांसद बनीं। वह ऐसा करने वाली दूसरी अश्वेत महिला थीं। यदि वह चुनी जाती हैं तो वह पहली महिला तथा पहली अश्वेत उपराष्ट्रपति होंगी। 1984 में डैमोक्रेट गैरलडाइन फिरारो तथा 2004 में रिपब्लिकन साराह पालिन नामांकित हुई थीं। मगर दोनों ही उस समय हार गई थीं।
दिलचस्प बात यह है कि बाइडेन का भी भारतीय संबंध रहा है। इसका खुलासा उन्होंने 2013 में अपनी मुम्बई यात्रा के दौरान किया था। उन्होंने कहा कि ‘‘मेरे ग्रेट, ग्रेट, ग्रेट, ग्रेट, ग्रेट ग्रैंडफादर जिनका नाम जॉर्ज बाइडेन था, वह ईस्ट इंडिया ट्रेडिंग कम्पनी में कैप्टन थे। सेवानिवृत्ति के बाद जॉर्ज बाइडेन ने भारत में बसने का मन बनाया तथा एक भारतीय महिला से शादी की। मुम्बई में इस समय पांच बाइडेन रह रहे हैं। कमला की कहानी भी बदलाव की एक आकर्षक कहानी है। वह दो आप्रवासियों की बेटी हैं। उनके पिता डोनाल्ड हैरिस जमैका के रहने वाले थे, जो स्टैनफोर्ड यूनिवसटी में पढ़ाते थे। कमला हैरिस की मां श्यामला गोपालन चेन्नई की रहने वाली थीं।
हालांकि भारतीय अमरीकी कमला के नामांकन से झूम उठे हैं। वाशिंगटन पोस्ट को पिछले वर्ष संबोधित करते हुए कमला ने स्वयं का वर्णन ‘अमरीकी’ कहकर किया था। अन्य प्रसिद्ध भारतीय मूल के अमरीकी जैसे पूर्व लुइसियाना गवर्नर बॉबी जिंदल तथा निकी हैली ने अपने भारतीय मूल के बारे में ज्यादा नहीं कहा। वाशिंगटन पोस्ट ने पिछले वर्ष कमला के बारे में लिखा कि उसने अपनी अश्वेत रियासत का ज्यादा व्याख्यायन किया है। कमला भारतीय संस्कृति को गले लगाते हुए बड़ी हुईं। मगर वह गर्व से अफ्रीकन अमरीकी जीवन को गुजार रही हैं। हालांकि कमला अपनी मां श्यामला के प्रभाव के बारे में बात करती हैं तथा यह दावा करती हैं कि ‘‘मेरी मां अपने भारतीय होने पर बहुत गर्व करती थीं।’’ उन्होंने मुझे तथा मेरी बहन माया को हमारी संस्कृति तथा गौरव के बारे में बताया। वह बहुत कम अपने जमैकन पिता डोनाल्ड हैरिस के बारे में बात करती हैं।
यह स्पष्ट है कि वह क्यों अपनी अफ्रीकी विरासत के तौर पर ज्यादा ध्यान केंद्रित कर रही हैं। 13 प्रतिशत अश्वेत वोटरों की तुलना में एशियाई अमरीकी मतदाताओं का 5 प्रतिशत हिस्सा रखते हैं। अमरीका में अश्वेत तथा श्वेत राजनीति पर रंगभेद विभाजन हुआ है। पिछले दो दशकों में एशियाई-अमरीकी उभर कर आए हैं और इनकी बढ़ौतरी 139 प्रतिशत हुई है जोकि सबसे तेज वृद्धि है। यह वृद्धि श्वेत मतदाताओं की तुलना में ज्यादा है। इसी अवधि में श्वेत मतदाता 7 प्रतिशत की दर से बढ़े। सीनेटर के तौर पर अन्य डैमोक्रेट्स की तरह वह कश्मीर मुद्दे की आलोचक रही हैं। कमला ने कहा कि ‘‘हमें कश्मीरियों को यह याद दिलाना है कि वे विश्व में अकेले नहीं हैं।’’ कमला ने पिछली दिसम्बर को भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर पर तीखे प्रहार किए थे जिन्होंने सदन के मामलों की कमेटी के साथ बातचीत को रद्द कर दिया था।
भारत सरकार यह आशा करेगी कि बाइडेन-हैरिस प्रशासन मानवाधिकार मुद्दों को लेकर ज्यादा सख्त हो। दोनों नेता आप्रवासी तथा चीन के साथ सीमा मुद्दों को लेकर एक उदारवादी पक्ष रखेंगे। बाइडेन ने कमला का समर्थन लेते हुए शनिवार को घोषणा की कि यदि वह चुनी जाती हैं तब उनका प्रशासन भारत के साथ सीमा विवादों का सामना करने के लिए खड़ा होगा। बाइडेन ने दोनों देशों के बीच बंधन को और मजबूत करने की चेष्टा जाहिर की तथा कहा कि वह पर्यावरण बदलाव तथा वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा जैसी बड़ी वैश्विक चुनौतियों पर काम करेंगे। उन्होंने एच1 बी वीजा प्रणाली में सुधारों के लिए प्रतिबद्धता जताई।
बाइडेन का पक्ष लेते हुए अपने बयान में कमला ने महात्मा गांधी के बारे में बात की तथा चेन्नई के साथ अपने रिश्ते का उल्लेख किया। ऐसी सब बातें नई दिल्ली को कुछ उम्मीद जताएंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की तरफ अपना झुकाव दिखाया था तथा ट्रम्प ने मोदी को अपना ‘अच्छा दोस्त’ बताया था। व्हाइट हाऊस पर जिसका भी कब्जा हो, वह नई दिल्ली के प्रति अपना समर्थन देगा। बाइडेन ने यह घोषणा की है कि वह एक अवधि के लिए ही राष्ट्रपति होंगे। तब 2024 में राष्ट्रपति चुनावों के लिए डैमोक्रेटिक नामित व्यक्ति होने के लिए कमला के लिए दरवाजे खुले होंगे। वह दिन दूर नहीं जब कमला हैरिस व्हाइट हाऊस पर काबिज होंगी।-कल्याणी शंकर