Edited By PTI News Agency,Updated: 01 Apr, 2020 02:43 PM
सार्वजनिक क्षेत्र की पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (पीएफसी) ने बिजली क्षेत्र की परियोजनाओं को ‘लॉकडाउन’ (बंद) के पहले सप्ताह के दौरान 31 मार्च तक 11,000 करोड़ रुपये का कर्ज दिया। कंपनी का दावा है कि कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए जारी देशव्यापी बंद...
नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र की पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (पीएफसी) ने बिजली क्षेत्र की परियोजनाओं को ‘लॉकडाउन’ (बंद) के पहले सप्ताह के दौरान 31 मार्च तक 11,000 करोड़ रुपये का कर्ज दिया। कंपनी का दावा है कि कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए जारी देशव्यापी बंद से उसका काम प्रभावित नहीं हुआ है। उसने अकेले 31 मार्च को ही 5,300 करोड़ रुपए वितरित किए।
पीएफसी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक राजीव शर्मा ने बुधवार को कंपनी के कर्मचारियों को एक आंतरिक पत्र में कहा, ‘बंद के दौरान एक सप्ताह में हमने 11,000 करोड़ रुपये से अधिक वितरित किये। सप्ताह के अंतिम दिन 31 मार्च को हमने 5,300 करोड़ रुपये आबंटित किये जो उल्लेखनीय उपलब्धि है।’
उन्होंने लिखा है, ‘...बंद के कारण पीएफसी का कामकाज प्रभावित नहीं हुआ है और हर कोई सूचना प्रौद्योगिकी प्रणाली का उपयोग कर घर से काम कर अपना योगदान दे रहा है। यह बिना टीम भावना के संभव नहीं है जिसे पीएफसी के कर्मचारियों ने दिखाया है।’ शर्मा के अनुसार पीएफसी के प्रत्येक कर्मचारी के योगदान के बिना यह संभव नहीं था जिन्होंने छुट्टियों के दिन के साथ रात में भी काम किया। पीएफसी बिजली मंत्रालय के अधीन है और बिजली क्षेत्र की परियोजनाओं को कर्ज देती है।